नई दिल्ली. कोरोना वायरस को लेकर देशव्यापी लॉकडाउन के बीच दिल्ली में कांग्रेस की महिला पार्षद, उनके पति और बेटी के कोरोना पॉजिटिव होने का मामला सामने आया है. बताया जा रहा है कि कांग्रेसी पार्षद के पति निजामुद्दीन के मरकज में हुए तब्लीगी जमात में शामिल हुए थे. लेकिन उन्होंने दिल्ली पुलिस को इसकी जानकारी नहीं दी. वायरस के बढ़ते प्रकोप को लेकर दिल्ली के छावला थाने की पुलिस ने महिला पार्षद के पति के खिलाफ एपिडेमिक एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज की है. वे अभी अंबेडकर हॉस्पिटल में भर्ती हैं. इसकी पुष्टि द्वारका डीसीपी एंटो अल्फोंस ने की है. जबकि मरकज मामले में इस नए खुलासे से हड़कंप मच गया है.
बताया गया कि कोरोना वायरस को लेकर देशव्यापी लॉकडाउन के बीच निजामुद्दीन के मरकज में हुए तब्लीगी जमात में कांग्रेस पार्षद के पति भी शामिल हुए थे. जांच में उन्हें कोरोना पॉजिटिव पाया गया, जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने उनसे पूर्व में किसी से भी मिलने या कहीं आने-जाने को लेकर जानकारी मांगी थी. लेकिन उन्होंने पुलिस को मरकज में जाने की बात नहीं बताई.
पुलिस की पूछताछ में जब कांग्रेस पार्षद के पति ने कहीं आने-जाने की बात नहीं बताई, तो पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए उनके मोबाइल कॉल रिकॉर्ड्स की जांच की. इसमें उनका लोकेशन निजामुद्दीन के मरकज में पाया गया, जिसके बाद उनके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है. पुलिस ने उनकी पत्नी और बेटी की जांच कराई, तो वे दोनों भी कोरोना पॉजिटिव निकले. इन दोनों को एलएन जेपी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया.
कांग्रेस पार्षद के पति दीनपुर गांव में परिवार के साथ रहते हैं. कांग्रेस पार्षद और उनके परिवार के 3 सदस्यों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने की वजह से पूरे दीनपुर गांव को पुलिस ने सील कर दिया है. दरअसल, पार्षद और उनके पति ने सरकारी निर्देशों के बावजूद दीनपुर गांव के कई जरूरतमंदों को खाद्य सामग्री बांटी थी.