Digital Fraud: देश में डिजिटल पेमेंट को बढ़ाने में यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) की अहम भूमिका है। यूपीआई ने लेनदेन को इतना सरल बना दिया है कि आज के समय में रेहड़ी-पटरी वाले से लेकर रिक्सा चालक UPI के जरिये पेमेंट कर रहे हैं। UPI की सफलता ने दुनिया को भी आश्चर्यचकित कर दिया है। इसके चलते अब आप कई देशों में यूपीआई से पेमेंट कर सकते हैं। भारत में यूपीआई से करोड़ों लोग रोजना लेनदेन कर रहे हैं। रोज यह संख्या बढ़ती जा रही है। हालांकि, इसने खतरा भी बढ़ाया है। फ्रॉड करने वाले अब यूपीआई यूजर्स को निशाना बनाकर फ्रॉड कर रहे हैं। इन दिनों फ्रॉड का नया तरीका Autopay आ गया है। आइए जानते हैं कि यह कैसे काम करता है और आप इससे कैसे बच सकते हैं।
UPI Autopay फ्रॉड क्या और कैसे किया जा रहा?
UPI Autopay फ्रॉड एक सरल सिद्धांत पर काम करता है। इसमें यूपीआई यूजर्स को किसी झूठी कहानी पर विश्वास दिला कर धोखा दिया जाता है। फ्रॉड करने वाले यूजर्स को सस्ते समान खरीदने का लालच या किसी सर्विस को पेमेंट का रिक्वेस्ट भेजते हैं। आप अनजाने में UPI कलेक्ट मनी या ऑटोपे अनुरोध को मंजूरी दे देते हैं। आपको आश्चर्य हो सकता है कि आप ऐसे न जाने वाले अनुरोधों को क्यों मंजूरी दिए। इसका कारण यह है कि आप रियल रिक्वेस्ट और धोखाधड़ी वाले रिक्वेस्ट के बीच अंतर नहीं कर पाते हैं। यह ध्यान रखना जरूरी है कि ऑटोपे अनुरोध वैध है, लेकिन इन अनुरोधों को जेनरेट करने वाला व्यक्ति फ्रॉड है। उदाहरण के लिए आपने किसी ओटीटी जैसे डिज्नी हॉटस्टार का सब्सक्रिप्शन ले रहा है। आपको एक दिन डिज्नी हॉटस्टार का पेमेंट करने का अनुरोध आता है। आप समझमते हैं कि आपने जो सब्सक्रिप्शन लिया है उसका पेमेंट करने का यह अनुरोध है। आप पेमेंट कर देते हैं लेकिन वह रियल नहीं होता है। यह फ्रॉड द्वारा उसके हॉटस्टार खाते से शुरू किया गया एक वास्तविक UPI ऑटोपे अनुरोध है। इसलिए, अगर आप गलती से इस अनुरोध को यह सोचकर स्वीकृत कर देते हैं कि यह आपकी अपनी हॉटस्टार सब्सक्रिप्शन के लिए है, तो आप फ्रॉड के हॉटस्टार सब्सक्रिप्शन के लिए पैसे का भुगतान करेंगे। यह बिल्कुल वैसा ही है जैसे धोखेबाज़ आपका UPI ID जानने पर आपसे पैसे लूटने की कोशिश कर सकते हैं।
UPI फ्रॉड करना काफी आसान
UPI ID को आम तौर पर मोबाइल नंबर और UPI प्रदाता का एक्सटेंशन होता है। इसका फायदा घोटालेबाज उठाते हैं। मोबाइल नंबर और विवरण आसान लक्ष्य होते हैं क्योंकि फोन नंबर अक्सर ई-शॉपिंग, रेस्तरां, मॉल, पार्किंग स्थल आदि जगहों पर साझा किए जाते हैं। इसके चलते फ्रॉड के लिए UPI ID को क्रैक कर फर्जीवाड़ा करना आसान होता है।
फ्रॉड का शिकार न बनें, इसके लिए क्या करें?
अपने बैंक खातों को UPI ID से सीधे जोड़ने से बचें। वॉलेट का उपयोग करना ज्यादा सही। इससे बड़े धोखाधड़ी से बचने में मदद मिलेगी। फ्रॉड करने वाले अक्सर भावनात्मक हथकंडे अपनाते हैं, जैसे कि संकट में फंसे परिवार के सदस्य होने का दिखावा करना। इन हथकंडों से सावधान रहें और ऐसे अनुरोधों को रिजेक्ट करें।