नई दिल्ली। तमिलनाडु के तटवर्ती तट से आज ‘मिचौंग’ तूफान टकरा सकता है। राज्य सरकार ने इस तूफान के मद्देनजर संभावित स्थिति से निपटने के लिए सभी एहतियाती कदम उठाए हैं। वहीं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को कहा कि वह चक्रवात ‘मिचौंग’ को लेकर देश के पूर्वी तटीय राज्यों की सरकारों के साथ निरंतर संपर्क में हैं।
पीएम मोदी ने तमिलनाडु, पुडुचेरी, ओडिशा और आंध्र प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (BJP) कार्यकर्ताओं से राहत और बचाव प्रयासों में शामिल होने और स्थानीय प्रशासन की मदद करने का भी आग्रह किया। प्रधानमंत्री ने भाजपा मुख्यालय में चुनावी जीत पर अपने संबोधन के दौरान कहा, ‘चक्रवात ‘मिचौंग’ पूर्वी तटीय क्षेत्रों को प्रभावित कर सकता है। केंद्र सरकार निरंतर राज्य सरकारों के संपर्क में है और उनकी मदद कर रही है।’ उन्होंने कहा, ‘मैं तमिलनाडु, पुडुचेरी, ओडिशा और विशेष रूप से आंध्र प्रदेश में भाजपा कार्यकर्ताओं से राहत और बचाव कार्यों में शामिल होने और स्थानीय प्रशासन की मदद करने का आग्रह करता हूं।’
उन्होंने कहा कि देश के पूर्वी तट पर चक्रवात की स्थिति की निगरानी करने में व्यस्त रहने के कारण वह चुनाव परिणामों पर नजर नहीं रख सके। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इससे पहले दिन में चक्रवात ‘मिचौंग’ से निपटने की तैयारियों का जायजा लेने के लिए रविवार को आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई. एस. जगन मोहन रेड्डी से बात की और उन्हें हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।
उन्होंने शीर्ष अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया कि राज्य को हरसंभव मदद दी जाए। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बताया कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना हवा का कम दबाव का क्षेत्र रविवार को चक्रवाती तूफान ‘मिचौंग’ में तब्दील हो गया।
यह उत्तर की ओर बढ़ेगा तथा दक्षिण आंध्रप्रदेश के तट के समानांतर आगे बढ़ते हुए पांच दिसंबर को पूर्वाह्न नेल्लोर एवं मछलीपट्टनम के बीच दक्षिण आंधप्रदेश तट को पार करेगा। इस चक्रवाती तूफान के कारण 80-90 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से लेकर 110 किलोमीटर प्रति घंटे तक की गति से हवा बह सकती है।