प्रयागराज, यूपी। गाजियाबाद में पुलिस द्वारा वकीलों पर किए गए लाठीचार्ज के विरोध में आज उत्तर प्रदेश के तमाम न्यायालयों में न्यायिक कार्य पूरी तरह ठप रहेंगे। इलाहाबाद हाईकोर्ट और प्रदेश की अन्य अदालतों के अधिवक्ता विरोधस्वरूप हड़ताल पर रहेंगे।
गाजियाबाद लाठीचार्ज पर वकीलों का रोष
गाजियाबाद जिला जज द्वारा पुलिस बुलाकर कोर्ट रूम में वकीलों पर लाठीचार्ज किए जाने से अधिवक्ताओं में आक्रोश है। इस घटना के विरोध में इलाहाबाद हाईकोर्ट बार एसोसिएशन ने रविवार देर शाम एक आपातकालीन बैठक बुलाई, जिसमें निर्णय लिया गया कि सोमवार को सभी वकील न्यायिक कार्य का बहिष्कार करेंगे।
अपराधिक अवमानना की कार्रवाई का प्रस्ताव
हाईकोर्ट बार एसोसिएशन ने जिला जज गाजियाबाद, अनिल कुमार, के खिलाफ अपराधिक अवमानना वाद दाखिल करने का भी निर्णय लिया है। इसके साथ ही, एसोसिएशन ने घटना में शामिल पुलिस अधिकारियों की बर्खास्तगी की मांग की है और लाठीचार्ज में घायल वकीलों को उचित मुआवजा देने का अनुरोध भी किया है।
उच्च स्तरीय जांच समिति गठित करने की मांग
वकीलों की इस हड़ताल का मुख्य उद्देश्य भविष्य में इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाना है। हाईकोर्ट बार एसोसिएशन ने न्यायपालिका से अपील की है कि वे एक उच्च स्तरीय जांच समिति का गठन करें, जिसमें हाईकोर्ट बार द्वारा नामित अधिवक्ता को भी शामिल किया जाए। उन्होंने स्पष्ट किया है कि बार के प्रतिनिधि की अनुपस्थिति में समिति की रिपोर्ट को मान्यता नहीं दी जाएगी।
प्रदेशव्यापी प्रदर्शन का ऐलान
यूपी बार काउंसिल ने भी वकीलों के समर्थन में सोमवार को प्रदेश भर में विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया है। यह हड़ताल वकीलों की एकता और न्यायिक स्वतंत्रता के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दिखाती है।
बैठक की अध्यक्षता कर रहे हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष, सीनियर एडवोकेट अनिल तिवारी, ने कहा कि यह कदम वकीलों के सम्मान और सुरक्षा की रक्षा के लिए आवश्यक था।
Chhattisgarh: गांजा की तस्करी करते पति-पत्नी गिरफ्तार, 60 हजार का माल पुलिस ने किया बरामद