राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में तेजी से बढ़ रहे कोरोना वायरस के मामलों के मद्देनजर क्रिसमस और नए साल के मौके पर सभी तरह के सार्वजनिक जमावड़े पर रोक लगा दी है। ओमिक्रॉन का संक्रमण फैलने के खतरे के मद्देनजर दिल्ली सरकार ने डीडीएमए और जिलाधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि दिल्ली में क्रिसमस, नववर्ष के जश्न को लेकर कोई जमावड़ा न हो। राष्ट्रीय राजधानी में अब तक ओमिक्रॉन के 57 मामले दर्ज किए जा चुके हैं। जो कि देश के किसी भी राज्य या केंद्रशासित प्रदेश में सबसे ज्यादा हैं। पूरे भारत में अब तक तेजी से फैलने वाले इस वेरिएंट के अब तक 213 केस सामने आए हैं।
सरकार की ओर से जारी किए गए नोटिस में कहा गया है, “यह स्पष्ट है कि कोविड -19 वायरस का एक नया वेरिएंट ओमिक्रॉन, तेजी से उभर रहा है, जिसे डब्ल्यूएचओ द्वारा वायरस ऑफ कंसर्न घोषित किया है और जिसके कारण कोविड -19 मामलों में लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है। पिछले कुछ दिनों में दिल्ली में कोरोना वायरस के मामले बढ़े हैं। इसलिए, यह समय की आवश्यकता है कि पूरा जिला प्रशासन ओमिक्रॉन वेरिएंट सहित कोविड -19 मामलों के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए अपने-अपने अधिकार क्षेत्र में सभी आवश्यक उपाय और कार्रवाई करें।”
डीडीएमए ने जिलाधिकारियों को दिल्ली के उन इलाकों की पहचान करने का निर्देश दिया, जहां कोविड-19 के तेजी से फैलने की आशंका है। जिलाधिकारियों और पुलिस उपायुक्तों (डीसीपी) को यह सुनिश्चित करने के लिए प्रवर्तन तंत्र को मजबूत करने का निर्देश दिया गया है कि लोग सामाजिक दूरी का पालन करें और मास्क पहनें।
डीडीएमए ने अपने आदेश में कहा, ‘‘सभी जिलाधिकारी अपने-अपने अधिकार में आने वाले पूरे क्षेत्र का गहन सर्वेक्षण करेंगे और उन बस्तियों, मोहल्लों के बाजारों और भीड़-भाड़ वाले स्थानों की पहचान करेंगे, जिनमें कोरोना वायरस और इसके ओमिक्रॉन स्वरूप से तेजी से फैलने की आशंका है।’’
इसमें कहा गया है कि सभी जिलाधिकारी और डीसीपी सार्वजनिक स्थानों पर कड़ी निगरानी रखने के लिए पर्याप्त संख्या में प्रवर्तन दल तैनात करेंगे, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि लोग कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए आवश्यक नियमों का पालन करें और कोविड-19 के मामलों को बढ़ने से रोका जा सके।