रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने रायपुर में प्रदर्शन के ज़रिए शीघ्र व्याख्याता भर्ती की मांग कर रहे चयनित व्याख्याताओं पर दर्ज किये गए अपराध पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि चयनित व्याख्याताओं की मांग जायज़ है। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने इस सम्बंध में पत्र लिखकर चयनित व्याख्याताओं के हित में शीघ्र कदम उठाए जाने की मांग की थी। विपक्ष की ओर से भर्ती प्रक्रिया में देरी के विषय मे विधानसभा में भी मुद्दा उठाया गया था। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के द्वारा अधिकारियों के समक्ष 1 सप्ताह के भीतर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने की बात कही थी। लेकिन उन्होंने आंदोलनकारियों से चर्चा की जगह उनपर FIR दर्ज कर दी। जो निंदनीय कृत्य है।
श्री कौशिक ने कहा कि सरकार अगर सही समय पर भर्ती प्रक्रिया को पूर्ण कर लेती, तो युवाओ को इस प्रकार प्रदर्शन न करना पड़ता।
नेता प्रतिपक्ष ने गम्भीर सवाल उठाते हुए कहा कि अगर प्रदर्शनकारियों पर भीड़ जुटाने की वजह से मामला दर्ज किया गया। तो सीबीआई दफ्तर के बाहर प्रदर्शन करने वाले एवं कई अन्य मौकों पर लगातार भीड़ जुटाने वाले कांग्रेस के नेताओ, कार्यकर्ताओ पर भी मामला दर्ज होना चाहिए।
उन्होंने छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाया कि कांग्रेस के नेता प्रदर्शन करते है, तो उन्हें सिर्फ इसलिए छूट दी जा रही है, क्योंकि प्रदेश में उनकी पार्टी सत्ता पर काबिज है और अन्य लोगों के साथ दोहरे मापदंड अपनाकर अलोकतांत्रिक लगातार कदम उठा रही है, जो निंदनीय है।