रायपुर…कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लीकार्जुन खरगे ने अपने संबोधन में कहा कि-कांग्रेस का नेतृत्व करने का मौक़ा मुझे दिया गया. कांग्रेसजनों का यह भरोसा ही मेरी कमाई है। मैं यक़ीन दिलाता हूँ कि आख़िरी सांस तक इस भरोसे पर खरा उतरूँगा। यह केवल कांग्रेस में ही संभव है कि कभी ब्लॉक कांग्रेस का अध्यक्ष राष्ट्रीय कांग्रेस का अध्यक्ष बन सकता है।
खरगे ने कहा कि मैं भाग्यशाली हूँ कि इस गौरवशाली विरासत कि नुमाइंदगी कर रहे हैं। वरिष्ठ नेताओं के दिखाए गये मार्ग पर हम चल रहे हैं। देशभर में चारों ओर नफ़रत भरे माहौल और देश की टूटती उम्मीदों के बीच राहुल गांधी ने भारत जोड़ों यात्रा शुरू की। कन्याकुमारी से कश्मीर तक रौशनी फैल गई। ना आँधी, ना बारिश, ना सर्दी और ना ही धूप की परवाह राहुल गांधी ने नहीं की। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी सौ साल पहले मेरे गृहराज्य में कांग्रेस के अध्यक्ष बने थे।कांग्रेस का स्वरूप बदला, संविधान में भी बदलाव हुआ। छुआछूत का प्रस्ताव पारित किया गया था। गांधी जी ने कांग्रेस को देश के किसान, ग़रीब, मज़दूरों से जोड़ा। यही से कांग्रेस जनता के बीच पहुँची। इसी विचार ने विचार आगे चलकर जनता के बीच संवैधानिक अधिकारों का रास्ता खोला।
हर देशवासियों को संकल्प लेकर कहना होगा कि सेवा, संघर्ष और बलिदान, सबसे पहले हिंदुस्तान ये हमारा नारा होगा. देश आज सबसे कठिन दौर से गुजर रहा है। केंद्र सरकार संवैधानिक अधिकारों को तोड़ रही है। एमएसएमई उद्योग बर्बाद हो गया। किसानों की आमदनी ख़त्म कर दी है ईडी, सीबीआई, इनकम टैक्स को चुनी हुई सरकारों को अस्थिर करने इस्तेमाल किया गया। अधिवेशन को रोकने बीजेपी सरकार ने छत्तीसगढ़ के नेताओं के घरों में ईडी का छापा मारा।कांग्रेस के नेताओं ने दोगुनी मेहनत से इस अधिवेशन को सफ़ल बनाया।लड़ते रहेंगे तो जीत मिलेगी।अमीर और ग़रीब के बीच गहरी खाई बना दी गई है. ऐसा लगता है कि ग़रीबों, दलितों, किसानों, आदिवासियों के लिए कोई जगह नहीं है। ग़लत तरीक़े से बनाई और लागू की गई जीएसटी ने व्यापारियों का काम चौपट कर दिया है। कोरोना के वक़्त चार घंटे की मोहलत से देशभर में लोगों को उनके हाल पर छोड़ दिया गया। 12 करोड़ लोगों का रोज़गार चला गया, 23 करोड़ लोग ग़रीबी रेखा के नीचे आ गए। आज हालत यह है कि ग़रीब और मध्यम वर्ग की रीढ़ कि हड्डी महंगाई के बोझ से टूट रही है और उनके दोस्त दुनिया के दूसरे नंबर के अमीर बन रहे हैं। उनके दोस्त को रोज़ाना आय एक हज़ार करोड़ हर दिन का है। एक हज़ार तीन सौ प्रतिशत संपत्ति बढ़ गई। प्रधान सेवक अपने मित्र की सेवा कर रहे हैं। 70 साल में बनाई गई सार्वजनिक संपत्ति अपने मित्र को बेच रहे हैं। देश के करोड़ों लोगों को अब चिंता है कि एलआईसी और एसबीआई बच पाएगा या नहीं।आर्थिक खाई के बीच देश में सामाजिक भेदभाव की खाई भी बढ़ा दी गई है। देश के हालात ऐसे हैं कि हर रोज़ मज़दूर आत्महत्या को मजबूर हैं।
देश का दलित, आदिवासी, पिछड़े, अल्पसंख्यक वर्ग के लोग मजबूर हैं. 20१5 में दलितों पर 13 फ़ीसदी और आदिवासियों पर अत्याचार 31 फ़ीसदी बढ़ गया है। हम भारत की सुरक्षा को लेकर सेना के साथ खड़े हैं। ये लोग बार बार कहते हैं कि कांग्रेस सेना के ख़िलाफ़ है। हमने ही देश की सुरक्षा को लेकर संविधान बनाया। बलिदान दिया। आज चाइना देश में घुस गया और ये लोग सवाल उठाते हैं।
– मैं सीधा सवाल पूछता हूँ कि चीन ने हमारी सरज़मीं पर क़ब्ज़ा किया फिर प्रधानमंत्री ने चीन को क्लीन चिट क्यों दे दिया।
– उनके विदेश मंत्री कहते हैं कि हम चीन से लड़ नहीं सकते. चीन हमसे बड़ी अर्थव्यवस्था है।
– उनका छप्पन इंच का सीना तब मानेंगे जब चीन के क़ब्ज़े में गई ज़मीन छुड़ाकर दिखाएं।
– देश के इन हालातों से सिर्फ़ कांग्रेस लड़ सकती है, हम बलिदान देकर देश की रक्षा भी करेंगे और देश को संपन्न राष्ट्र बनायेंगे।
– 2004 से 2014 तक कामन मिनिमम प्रोग्राम चलाकर देश में विकास की योजनाएँ चलाई।
– हमारी चुनी हुई सरकार के ख़िलाफ़ तब भी कई झूठे आरोप लगाये गये, हमारे ईमानदार प्रधानमंत्री पर भी झूठे आरोप लगाए।
– हमारा लक्ष्य है कि ग़रीब और अमीर के बीच खाई ना हो, गहमारा लक्ष्य है सामाजिक न्याय मिले, हमारा लक्ष्य है कि देश का पेट पालने वाला कभी भूखा ना सोये।
– हमारा लक्ष्य है ग़रीब, दलित, आदिवासी, अल्पसंख्यक सिर उठाकर जीवन जिये।
– हमारा लक्ष्य है कि देश की सरकार जनता के वोट से बदली जायें ना कि ईडी आईटी और पैसे से बदली जाये।
– देश के लिए एक साथ, देश के लिए हर हाथ. हाथ से हाथ जोड़ो।
– लहरों के डर से नौका पार नहीं होती, कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती।