ऑयल इंडिया लिमिटेड का बड़ा कदम, 2040 तक शुद्ध शून्य कार्बन उत्सर्जन के लिए 25,000 करोड़ का निवेश, जानिए पूरा प्लान

नई दिल्ली। ऑयल इंडिया लिमिटेड (OIL) ने 2040 तक शुद्ध शून्य कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य हासिल करने के लिए स्वच्छ ऊर्जा परियोजनाओं में 25,000 करोड़ रुपये निवेश करने की योजना बनाई है। कंपनी के चेयरमैन रंजीत रथ ने शनिवार को इस महत्वपूर्ण घोषणा की। OIL की योजना में गैस के जलने में कटौती, नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन क्षमता बढ़ाना और हरित हाइड्रोजन, बायोगैस एवं इथेनॉल संयंत्रों की स्थापना शामिल है।

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बांग्लादेश को डीजल निर्यात पर राजनीतिक अशांति का असर नहीं

रथ ने बताया कि बांग्लादेश में राजनीतिक अस्थिरता के बावजूद भारत ने वहां डीजल का निर्यात निरंतर जारी रखा है। असम के नुमालीगढ़ रिफाइनरी से सिलीगुड़ी-पार्वतीपुर पाइपलाइन के माध्यम से यह निर्यात किया जा रहा है। उन्होंने कहा, “कारोबार पर कोई असर नहीं पड़ा है।”

80 किलोमीटर लंबी नई पाइपलाइन की योजना

OIL 2025-26 तक कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस का उत्पादन 90 लाख टन तक बढ़ाने की योजना पर काम कर रही है। इसके अलावा, कंपनी असम से अरुणाचल प्रदेश के प्राकृतिक गैस क्षेत्रों तक 80 किलोमीटर लंबी पाइपलाइन बिछाने की भी तैयारी कर रही है, जिससे प्रदूषणकारी तरल ईंधनों की जगह गैस का उपयोग बढ़ाया जा सकेगा।

स्वच्छ ऊर्जा में OIL का बड़ा योगदान

OIL ने असम में 640 मेगावाट और हिमाचल प्रदेश में 150 मेगावाट की सौर ऊर्जा परियोजनाओं के लिए योजनाएं बनाई हैं। कंपनी भारत को 2070 तक शुद्ध शून्य उत्सर्जन लक्ष्य तक पहुंचाने में बड़ा योगदान देने वाली सरकारी कंपनियों में शामिल हो चुकी है। इंडियन ऑयल, ओएनजीसी, BPCL और HPCL भी इसी दिशा में अरबों डॉलर का निवेश कर रही हैं।