
नई दिल्ली/बलरामपुर। धर्मांतरण रैकेट के सरगना जमालुद्दीन उर्फ छांगुर के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ा एक्शन लिया है। गुरुवार सुबह करीब 5 बजे ईडी की टीमों ने उत्तर प्रदेश के बलरामपुर में 12 और महाराष्ट्र के मुंबई में 2 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। ये कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग के तहत की गई है, जिसमें करोड़ों रुपये के लेन-देन का खुलासा हुआ है।
ईडी की टीम बलरामपुर जिले के मधपुर और उतरौला नगर सहित कुल 12 ठिकानों पर पहुंची, वहीं मुंबई के बांद्रा और माहिम स्थित घरों पर भी दबिश दी गई। कार्रवाई उस वक्त तेज हुई जब आरोपी नवीन से शहजाद शेख को 2 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए जाने की पुष्टि हुई।
106 करोड़ रुपये, 40 खाते और मिडिल ईस्ट कनेक्शन
9 जुलाई को ईडी ने छांगुर के खिलाफ पीएमएलए (PMLA) के तहत ईसीआईआर दर्ज किया था। जांच में सामने आया कि उसके नाम से या उससे जुड़े लोगों के नाम पर 40 बैंक खाते संचालित हो रहे हैं, जिनमें कुल 106 करोड़ रुपये जमा हैं। ईडी को शक है कि यह पैसा मिडिल ईस्ट से हवाला या संदिग्ध स्रोतों के जरिए आया है।
धर्मांतरण का नेटवर्क, कमजोर वर्गों को बनाया निशाना
छांगुर पर इस्लाम धर्म को बढ़ावा देने और विशेष रूप से हिंदू, अनुसूचित जाति और आर्थिक रूप से पिछड़े वर्गों के लोगों को धर्मांतरण के लिए बहलाने, फुसलाने और मानसिक रूप से प्रभावित करने का आरोप है। जांच एजेंसियों का दावा है कि छांगुर एक संगठित धर्मांतरण सिंडिकेट का संचालन कर रहा था।
भिखारी से बना ‘बाबा’, पीर बनकर फैलाया जाल
छांगुर ने शुरुआत मुंबई में भिखारी के रूप में की थी, लेकिन धीरे-धीरे खुद को “पीर बाबा” के रूप में प्रचारित करने लगा। इसी दौरान मुंबई में नवीन रोहरा (अब जमालुद्दीन) और उसकी पत्नी नीतू रोहरा (अब नसरीन) उसके संपर्क में आए और उन्होंने पूरे परिवार सहित धर्म परिवर्तन कर लिया।
इसके बाद छांगुर अपने गांव लौटा और यहां दो बार ग्राम प्रधान का चुनाव जीतने में सफल रहा। गांव में दरगाह के पास उसने डेरा जमा लिया और खुद को आध्यात्मिक गुरु के रूप में स्थापित कर लिया। उसके पास दूर-दराज से लोग ‘दुआ’ लेने पहुंचने लगे और यहीं से उसका नेटवर्क फैलता चला गया।
फिलहाल सलाखों के पीछे है छांगुर और उसकी सहयोगी
छांगुर और उसकी सहयोगी नसरीन पहले से ही जेल में हैं। अब ईडी की छापेमारी से मनी लॉन्ड्रिंग और विदेश से फंडिंग जैसे कई नए राज खुलने की उम्मीद है। जांच एजेंसियों की नजर अब छांगुर के अन्य सहयोगियों और संपर्कों पर भी है, जो इस नेटवर्क का हिस्सा हो सकते हैं।