Bageshwar Dham Sarkar: पुलिस पर हुई पत्थरबाजी, घटना पर बोले बागेश्वर धाम सरकार- “भारत राम का देश, इसे ना बनाएं बांग्लादेश”

Bageshwar Dham Sarkar, Dhirendra Krishna Shastri: छतरपुर। मध्य प्रदेश के छतरपुर में हाल ही में पुलिस पर हुई पत्थरबाजी की घटना ने पूरे प्रदेश और देश में सनसनी फैला दी है। इस घटना ने न केवल स्थानीय निवासियों को बल्कि धार्मिक और सामाजिक संगठनों को भी चिंतित कर दिया है।

जानकारी के अनुसार बीते दिनों छतरपुर के सिटी कोतवाली थाने पर कुछ उपद्रवियों ने पत्थरबाजी की थी। इस घटना के दौरान पुलिसकर्मियों पर हमले किए गए, जिसके कारण कुछ पुलिसकर्मी घायल भी हो गए। पत्थरबाजी की इस घटना के बाद से ही छतरपुर में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।

इस मामले में बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने एक कड़ा बयान जारी किया है। उन्होंने इस घटना को निंदनीय बताते हुए कहा, “भारत को भारत ही रहने दीजिये, इसे बांग्लादेश मत बनाइए। भारत राम का राष्ट्र है, शांति का राष्ट्र है।” पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने अपने बयान में पत्थरबाजी करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा, “पुलिस प्रशासन को ऐसे उपद्रवियों के खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई करनी चाहिए ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।”

घटना के बाद स्थानीय प्रशासन ने भी मामले को गंभीरता से लेते हुए कई संदिग्धों को हिरासत में लिया है। पुलिस प्रशासन का कहना है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और इस मामले में कोई भी कोताही नहीं बरती जाएगी।

इस मामले में पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने अपने बयान में कहा, “हम सभी को मिलकर देश में शांति और सद्भावना बनाए रखने की कोशिश करनी चाहिए। किसी भी प्रकार की हिंसा या उपद्रव का समर्थन नहीं किया जा सकता। देश को एकता और अखंडता की आवश्यकता है, और इसके लिए सभी नागरिकों को अपने कर्तव्यों का पालन करना चाहिए।”

उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे घटनाएं समाज में नफरत फैलाने का काम करती हैं, जो कि किसी भी सूरत में स्वीकार्य नहीं होनी चाहिए। उन्होंने धार्मिक नेताओं और समाज के प्रबुद्ध नागरिकों से अपील की कि वे इस मौके पर अपनी जिम्मेदारी समझें और शांति और सद्भावना को बनाए रखने के लिए प्रयास करें।

इस घटना के बाद से छतरपुर में सामुदायिक तनाव भी बढ़ गया है। विभिन्न धार्मिक और सामाजिक संगठनों ने इस घटना की निंदा की है और शांति बनाए रखने की अपील की है। कई संगठनों ने प्रशासन से मांग की है कि दोषियों को सख्त सजा दी जाए ताकि इस प्रकार की घटनाओं पर रोक लग सके।

छतरपुर में पत्थरबाजी की यह घटना इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह घटना सीधे तौर पर पुलिस प्रशासन पर हमला है। ऐसे में पुलिस की विश्वसनीयता और उनकी सुरक्षा के बारे में भी सवाल खड़े हो रहे हैं। पुलिस कर्मियों पर हो रहे इस तरह के हमलों से न केवल उनके मनोबल पर असर पड़ता है, बल्कि यह समाज के लिए भी एक गंभीर चिंता का विषय है।

ऐसे में पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के इस बयान के बाद से ही छतरपुर में माहौल थोड़ा शांत हुआ है, लेकिन स्थिति अभी भी पूरी तरह से सामान्य नहीं हुई है। पुलिस प्रशासन अभी भी पूरी तरह से मुस्तैद है और किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए तैयार है।

Random Image