Science News, NASA, Asteroids, Asteroids On Earth : धरती के करीब आ रहे दो विशाल एस्टेरॉयड का आना एक महत्वपूर्ण घटना है, जो हमारे ग्रह पृध्वी के निकटतम बिंदु से गुजरेंगे। इनमें से एक एस्टेरॉयड 415029 (2011 UL21) का आकार माउंट एवरेस्ट के बराबर है, जो कि व्यास में 7500 फीट (2.28 किमी) का है।
इसे पर्वतीय एस्टेरॉयड के रूप में भी जाना जाता है। दूसरा एस्टेरॉयड, 2024 MK, भी हमारे पास से गुजरेगा, जिसकी दूरी धरती से लगभग 2.90 लाख किलोमीटर होगी। यह चंद्रमा की कक्षा के भीतर से होकर गुजरेगा।
Asteroids On Earth : एस्टेरॉयड , पृथ्वी और चंद्रमा के बीच की दूरी का 17 गुना
यूरोपी स्पेस एजेंसी के अनुसार, 415029 (2011 UL21) नामक एस्टेरॉयड ने हाल ही में पृथ्वी के सबसे करीब से गुज़रा, लेकिन इसकी दूरी बहुत दूर थी। इसे लगभग 65 लाख किलोमीटर से देखा गया, जो पृथ्वी और चंद्रमा के बीच की दूरी का 17 गुना है। यह एक प्राकृतिक उल्कापिंड है, जो धरती के 99 फीसदी से अधिक क्षुद्रग्रहों से बड़ा है। इसकी गति और पथ धरती के लिए किसी भी खतरे को पैदा नहीं कर रहे हैं।
Asteroids On Earth : उल्कापिंड धरती से काफी दूर होगा
एस्टेरॉयड 2024 MK की बात करें, तो यह उल्कापिंड धरती से काफी दूर होगा और इसका कोई प्रभाव नहीं होगा। इसकी दूरी धरती से लगभग 2.90 लाख किलोमीटर होगी, जो कि काफी बड़ी है। इसे शनिवार को दूरबीन से साफ दिन के अंधेरे में देखा जा सकेगा। यह एक अन्य उल्कापिंड है, जो की डिमोर्फोस उल्कापिंड के आकार के बराबर है, जो कि धरती से लगभग 1.2 करोड़ किलोमीटर की दूरी पर है।
Asteroids On Earth : अंतरिक्ष यान से उल्कापिंड 2022 में डिमोर्फोस को बदले की दिशा में बदला
नासा ने हाल ही में अपने अंतरिक्ष यान से उल्कापिंड 2022 में डिमोर्फोस को बदले की दिशा में बदला था, जो कि एक प्रथमिक उपयोगिता में था। वैज्ञानिकों का मानना है कि इस तरह के उपाय से हम आने वाले समय में किसी खतरनाक उल्कापिंड को प्रभावी तरीके से संभाल सकते हैं। नासा ने इस बारे में सरकारी प्रतिनिधियों को एक दृश्य प्रस्तुत किया, जिसमें वह दिखाते हैं कि धरती को उल्कापिंडों से होने वाले संभावित प्रभावों के लिए अधिक तैयार होना चाहिए।