
फटाफट डेस्क. उत्तरप्रदेश में कावड़ यात्रा एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है, और सुर्खियों में आने का कारण है. समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव का बयान! जिसको लेकर अब प्रदेश की सियासत गर्म हो गई है. अखिलेश यादव के बयान की सोशल मीडिया पर आलोचनाये हो रही है.
दरअसल, श्रावण मास में शिव भक्तों की कावड़ यात्रा इस बार राजनीतिक गलियारे में सुर्खियां बटोर रही है. अखिलेश यादव का कहना है कि कावड़ यात्रियों के लिए अलग रूट होनी चाहिए. कावड़ यात्रियों को किसी प्रकार अव्यवस्था ना हो इसके लिए प्रदेश के पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की ड्यूटी लगाई जानी चाहिए. उन्होंने यहां तक कहा कि थाना प्रभारी और एसडीएम रैंक के अफसरों को कांवड़ियों के पैर दबाने चाहिए. जिससे उन्हें पुण्य मिले.
बता दे कि, उत्तरप्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के आलाधिकारियों की बैठक लेकर कांवड़ियों पर हवाई रूट का सर्वे कर पुष्प वर्षा व शाकाहारी भोजन की व्यवस्था करने के निर्देश दिए थे. इसके साथ ही कावड़ यात्रियों के रूट पर पड़ने वाले होटल-ढाबा में क्यूआर कोड लगाने व होटल ढाबा में प्रतिष्ठान के नाम का उल्लेख करना सुनिश्चित करने व भोजन की गुणवत्ता की जांच करने के निर्देश अधिकारियों को दिये थे, और यही वजह है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों के बाद समाजवादी पार्टी के नेता पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सरकार पर तंज कसा है.