बिहार. कोरोना संक्रमण के खतरों के बीच डॉक्टर से लेकर स्वास्थ्य कर्मी तक अपनी जान को जोखिम में डालकर लोगों की जान बचाने में जुटे हैं. इसके बावजूद स्वास्थ्य विभाग और पुलिस टीम पर हमले किए जा रहे हैं. ऐसे ही बिहार के औरंगाबाद और मोतिहारी जिले के गांव में जांच करने पहुंची मेडिकल और पुलिस टीम पर लोगों ने हमला कर दिया.
इस घटना को गंभीरता से लेते हुए बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने उपद्रवियों को चेतावनी देते हुए कहा है कि राज्य के किसी भी कोने से अगर अब इस तरीके की दूसरी घटना हुई तो वह ऐसे उपद्रवी तत्वों को जेल में सड़ा देंगे.
बता दें कि बिहार में कोरोना संक्रमण के खतरों के बीच मेडिकल और पुलिस टीम पर हमले की सबसे पहली खबर मुंगेर जिले से कुछ दिन पहले आई थी. इसके बाद हाल ही में 2 दिन पहले औरंगाबाद और मोतिहारी में भी इसी प्रकार से मेडिकल और पुलिस टीम पर असामाजिक तत्वों ने हमला बोल दिया था, जिसकी वजह से स्वास्थ्य कर्मियों को अपनी जान बचाने के लिए भागना पड़ा था.
बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ऐसी घटनाओं से काफी नाराज हैं और उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर उपद्रवी अब भी अपनी हरकतों से बाज नहीं आए तो उनके खिलाफ ऐसी सख्त धाराओं के अंतर्गत केस रजिस्टर किया जाएगा कि उनका पूरा जीवन जेल में सड़ जाएगा.
उन्होंने कहा कि बिहार पुलिस के सिपाही से लेकर अधिकारी तक अपनी जान की परवाह किए बिना लोगों को कोरोना वायरस से बचाने के लिए दिन रात एक किए हुए हैं. ऐसे में पुलिस टीम पर हमला करने की घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, जो लोग ऐसी हरकत करेंगे उनके खिलाफ सख्त मुकदमा होगा और जेल से बाहर आना मुश्किल हो जाएगा.
गुप्तेश्वर पांडेय ने बताया कि औरंगाबाद में पुलिस टीम पर हमला करने वाले लोगों के खिलाफ सरकार ने सख्त कदम उठाते हुए 25 लोगों को गिरफ्तार कर उन्हें जेल भेज दिया है. इस तरह से जो लोग पुलिस पर हमला करेंगे उनको हम छोड़ेंगे नहीं चाहे वो किसी से कितनी भी पैरवी करा लें. औरंगाबाद में जिस तरीके से पुलिस ने कार्रवाई की है उससे यह बात स्पष्ट हो गई होगी कि पुलिस गुंडागर्दी को बर्दाश्त नहीं करेगी.