HMPV: दुनियाभर में इन दिनों एक नए वायरस का लेकर हड़कंप मचा हुआ है। इस वायरस का नाम है ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस, जिसे HMPV के नाम से जानते हैं। इस वायरस से संक्रमित होने वाले मरीजों में सर्दी जुकाम जैसे सामान्य लक्षणों से लेकर निमोनिया और ब्रोंकियोलाइटिस जैसी स्थिति पैदा हो सकती है। बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों के लिए इसे सर्दियों खतरनाक माना जा सकता है। हालंकि ये वायरस कोविड-19 से बिल्कुल अलग है। लेकिन कुछ लक्षण और बचाव के तरीके कोविड से मिलते जुलते हैं। जिसकी वजह से लोग इसे कोविड-19 से जोड़कर देख रहे हैं। डॉक्टर आर एस मिश्रा, प्रिंसिपल डायरेक्टर और हेड, डिपार्टमेंट ऑफ इंटरनल मेडिसिन (फॉर्टिस एसकॉर्ट होस्पिटल, दिल्ली) से खास बातचीत की और जाना कि HMPV और कोविड-19 कितना अलग है?
डॉक्टर की मानें तो HMP वायरस और COVID-19 (SARS-CoV-2 वायरस के कारण) दोनों ही श्वसन से जुड़े वायरस हैं, लेकिन उनके बीच कई मुख्य अंतर हैं।
HMPV कोविड-19 से कितना अलग है?
वायरस फैमिली- HMPV पैरामाइक्सोविरिडे परिवार से संबंधित है, जबकि SARS-CoV-2 एक कोरोनावायरस है।
इंक्यूबेशन टाइम- COVID-19 के लिए इंक्यूबेशन टाइम पीरियड लगभग 2-14 दिन होता है, जबकि HMPV के लिए लगभग 3-6 दिन।
गंभीरता और मृत्यु दर- COVID-19 ने उच्च मृत्यु दर दिखाई है, विशेष रूप से वृद्ध वयस्कों और किसी बीमारी से पीड़ित लोगों में। इसके विपरीत, HMPV स्वस्थ वयस्कों में हल्की बीमारी का कारण बनता है, हालांकि यह छोटे बच्चों और बुजुर्गों जैसी कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों में गंभीर बीमारी का कारण बन सकता है।
वैश्विक प्रसार- COVID-19 ने वैश्विक महामारी का कारण बना है, जिससे व्यापक सामाजिक प्रभाव, लॉकडाउन और जीवन का महत्वपूर्ण नुकसान हुआ है। HMPV, एक गंभीर स्वास्थ्य चिंता होने के बावजूद, समान व्यापक प्रकोपों का कारण नहीं बना है और यह काफी हद तक स्थानीय प्रकोपों वाला मौसमी वायरस है।
वैक्सीन की उपलब्धता- COVID-19 के लिए टीके विकसित किए गए हैं और व्यापक रूप से वितरित किए गए हैं, जबकि HMPV के लिए अभी तक कोई वैक्सीन मौजूद नहीं है।
HMPV क्या कोराना जैसा वायरस है?
HMPV और SARS-CoV-2 दोनों ही मुख्य रूप से संक्रमित व्यक्ति के खांसने या छींकने पर श्वसन बूंदों के माध्यम से फैलते हैं। इसके लक्षण भी काफी एक दूसरे से मिलते जुलते हैं जिसमें दोनों ही बुखार, खांसी और सांस की तकलीफ जैसे लक्षण पैदा कर सकते हैं। जिससे निमोनिया सहित अधिक गंभीर श्वसन संबंधी स्थिति उत्पन्न हो सकती है। कोविड-19 की तरह ही HMPV की रोकथाम के लिए मास्क पहनना, हाथ साफ रखना और संक्रमित व्यक्तियों के साथ निकट संपर्क से बचना जैसे निवारक उपाय दोनों वायरस के लिए प्रभावी हैं।
हालांकि ये वायरस कोविड-19 से बिल्कुल अलग है और इसे उतना खतरनाक नहीं माना जा सकता, लेकिन सावधानी बरतना बहुत जरूरी है।