Anti Corruption Bureau, ACB Action: ठाणे। महाराष्ट्र में बिजली विभाग के एक इंजीनियर को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किए जाने की खबर सामने आई है। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो यानी कि ACB ने गुरुवार को इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि उसने ठाणे में महाराष्ट्र राज्य विद्युत वितरण कंपनी (MSEDCL) के एक इंजीनियर को बिजली उपभोक्ताओं से 2,600 रुपये रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि इंजीनियर ने पहले 4 हजार रुपये मांगे थे, लेकिन बाद में 2600 रुपये पर बात तय हो गई थी। ACB ने बताया कि इंजीनियर को रंगे हाथ पकड़ने के बाद उसके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है।
ACB से की थी शिकायत
ACB ने एक विज्ञप्ति में कहा कि 43 साल के सहायक इंजीनियर ने पहले 4 बिजली मीटर लगाने के एवज में उपभोक्ताओं से 4,000 रुपये की मांग की थी लेकिन बातचीत के बाद उसने रकम घटाकर 2,600 रुपये कर दी थी। ब्यूरो के मुताबिक, इन उपभोक्ताओं ने ACB की ठाणे इकाई में शिकायत कर दी। शिकायत मिलने के बाद ACB ने बुधवार को ठाणे के शील फाटा में MSEDCL के दफ्तर में जाल बिछाकर आरोपी को एक शिकायतकर्ता से 2,600 रुपये रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया। ACB ने कहा कि आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार रोकथाम अधिनियम के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया है।
छत्तीसगढ़ में 2 हुए थे गिरफ्तार
बता दें कि छत्तीसगढ़ में भी ACB ने पिछले हफ्ते 2 सरकारी कर्मचारियों को गिरफ्तार किया था। अधिकारियों ने बताया था कि मनेंद्रगढ़ जनपद पंचायत के कार्यालय में पदस्थ लेखपाल सत्येंद्र सिन्हा ने डीएमएफ फंड के तहत लालपुर ग्राम पंचायत में लगाई गई स्ट्रीट लाइट के 2.88 लाख रुपये के लंबित बिल को मंजूरी देने के लिए शिकायतकर्ता (सरपंच) से 19,000 रुपये मांगे थे। जबकि सरगुजा जिले के भिट्टीकला गांव में पदस्थ पटवारी वीरेंद्र पांडेय ने शिकायतकर्ता से उसके पिता की मृत्यु के बाद भिट्टीकला गांव में स्थित पैतृक संपत्ति को उसकी मां और 4 भाइयों के नाम पर राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज करने के लिए 5 हजार रुपये मांगे थे।
राजस्थान में पकड़े गए थे ASI
ACB की टीम ने हाल ही में राजस्थान के सुजानगढ़ में एक ASI को 10 हजार रुपये की कथित रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया था। ACB की ओर से जारी एक बयान में बताया गया था कि सुजानगढ़ के कोतवाली थाने में तैनात सहायक उपनिरीक्षक सुमेर सिंह को गिरफ्तार किया गया है। बयान में कहा गया था कि परिवादी ने शिकायत की थी कि उसके विरूद्ध दर्ज मुकदमे में कार्रवाई नहीं करने तथा अंतिम रिपोर्ट (FR) देने की एवज में आरोपी अधिकारी सिंह 20 हजार रुपये रिश्वत राशि मांग रहे थे। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने शिकायत का सत्यापन कर आज आरोपी को परिवादी से रिश्वत राशि लेते वक्त गिरफ्तार किया।