कोलकाता/पश्चिम बंगाल. आपने एक कहावत तो सुनी ही होगी। पापी पेट के लिये कुछ भी करना पड़ता है। हर इंसान खाने के लिये ही कमाता है। ऐसी ही एक घटना आज हम आपको बताने जा रहे हैं। जहां एक शख्स अपनी जिंदगी से परेशान होकर अपने जीवन का अंत करने जा रहा था। वह शहर के सबसे व्यस्त इलाके में एक पुल पर चढ़ गया और आत्महत्या की धमकी देने लगा। इसके कारण आसपास लोग भी इकठ्ठा हो गये। पुलिस को खबर देने पर पुलिस भी थोड़ी ही देर में वहां पहुंच गई। इसके बाद भी उस इंसान पर कोई फर्क नहीं पड़ा। वो अपनी जान देने के फैसले पर ही अड़ा रहा। पुलिस ने मरने का कारण पूछा तो उसने बताया, कि ‘मेरी बीबी मुझे छोड़ कर चली गई है, इसलिये मैं अब मरना चाहता हूं।’
पुलिस अधिकारी ने बताया, काफी देर समझाने के बाद भी उस आदमी पर कोई फर्क नहीं पड़ा। छानबीन करने पर उस आदमी की पहचान वहीं पास ही रहने वाले एक 40 वर्षीय इंसान के रूप में की गई है। यह व्यक्ति दोपहर को अपनी बेटी को गाड़ी से कहीं ले जा रहा था। अचानक ही इसके मन में मरने का ख्याल आने लगा। इसके बाद उसने गाड़ी को रोका और कहा कि मेरा फोन कहीं गिर गया है। ऐसा बोलकर वह पास के ही एक पुल पर चढ़ गया और फिर कूदने की धमकी देने लगा। लोगों के लाख मनाने पर भी मानने को बिल्कुल तैयार नहीं था।
आत्महत्या का कारण
इस मामले पर पुलिस अधिकारियों का कहना है कि ये शख्स अपनी पत्नी के अलग होने के कारण और अपने व्यवसाय में घाटा होने के कारण परेशान था। परेशानी बढ़ने के कारण ये शख्स डिप्रेशन में चला गया, जिसकी वजह से आत्महत्या का मन बना लिया और पुल पर छलांग लगाने के लिये चढ़ गया।
पुलिस ने दिया बिरयानी का लालच
अधिकारियों ने शख्स को पुल से नीचे उतारने के हर कोशिश कर ली थी, लेकिन सारी कोशिशें नाकाम थीं। इसके बाद पुलिस ने हार नहीं मानी और कोलकाता पुलिस आपदा प्रबंधन समूह और अग्निशमन विभाग के कर्मियों के साथ स्थानिय पुलिस स्टेशन की एक टीम मौके पर पहुंची और उस शख्स से बात करना शुरू किया। उसे बिरयानी का लालच दिया गया। तब जाकर वह नीचे उतरा।
पुलिसकर्मी ने कहा, “हमने समस्या को समझने के लिये आपकी बेटी से बात की और फिर मामला पता लगने पर उसे समझाने और नीचे लाने के लिये बातचीत की योजना बनाई। आखिरकार, वह हमारे प्रस्ताव बिरयानी और नौकरी के लालच में मान गया और पुल से नीचे उतर गया।”
इस सारे मामले पर पुलिस अधिकारियों का कहना है. शख्स का उठाया ये कदम काफी खतरनाक हो सकता था। इसमें थोड़ी सी भी लापरवाही होने पर उस शख्स की जान सच में जा सकती थी। अगर उसका पैर थोड़ा सा भी फिसल जाता, तो वह बिजली के खंभों से टकराकर रेल्वे ट्रैक पर गिर सकता था। जिससे वह गंभीर रूप से घायल भी हो सकता था।