पटना. निजामुद्दीन इलाके में हुए धार्मिक आयोजन मरकज में शामिल होने वाले लोग अब देश भर में फैलते दिख रहे हैं. अब बिहार से खबर है कि मरकज में शामिल हुए 86 लोग बिहार भी पहुंचे थे. हालांकि अभी ये जानकारी नहीं मिली है कि बिहार के किन शहरों में ये लोग फिलहाल मौजूद हैं. हालांकि सूचना के बाद बिहार पुलिस अब इन लोगों की तलाश में जुट गई है. पुलिस के हाथ जो अब तक अहम सुराग लगा है वह इन सभी का मोबाइल नंबर है. जिसके बाद साइबर सेल इन सभी लोगों की जानकारी जुटा रहा है. बताया जा रहा है कि इन लोगों में कुछ विदेशी भी शामिल हैं.
साइबर सेल की जांच के अनुसार इनमें से 10 लोग अररिया और कई लोग किशनगंज पहुंचे हैं. अररिया पहुंचने वालों में सभी मलेशिया से आए हैं. इनमें से एक व्यक्ति की मौत गुरुवार को हो गई थी. लेकिन जिला प्रशासन ने इस मौत को कोरोना से होना नहीं बताया था.
वहीं, पुलिस मुख्यालय के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक 10 विदेशी लोग जिन्हें राजधानी पटना में बीते दिनों कुर्जी मस्जिद के पास से पकड़ा था वे अधिकतर बांग्लादेश, किर्गिस्तान और मलेशिया के थे. इन्हीं के साथ आए 7 लोगों को फुलवारी से पकड़ा गया था. यहां से पकड़े गए लोगों को आइसोलेशन में रखा गया है. पुलिस के अनुसार इनके साथ के ही 10 अन्य लोग पीरबहोर इलाके की एक मस्जिद में रुके हैं जिन्हें अभी नहीं पकड़ा गया है.
वहीं मामले में दिल्ली पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है. एफआईआर मौलाना साद और अन्य के खिलाफ लिखी गई है. अब इस मामले की दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच करेगी. गौरतलब है कि मंगलवार सुबह सीएम अरविंद केजरीवाल और सोमवार रात दिल्ली के हैल्थ मिनिस्टर सतेन्द्र जैन ने एलजी को एक खत लिखा था. खत में मरकज की इंतजामियां के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की सिफारिश की गई थी.