नई दिल्ली
जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय में पुलिस की कार्रवाई को लेकर जारी राजनीतिक गतिरोध के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और बीजेपी (भारतीय जनता पार्टी) प्रमुख अमित शाह सहित पार्टी के के शीर्ष नेताओं की बैठक हुई.
शाह के अलावा गृह मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री अरुण जेटली और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भी मोदी से उनके आवास पर मुलाकात की और वर्तमान राजनीतिक स्थिति का जायजा लिया.
पार्टी सूत्रों ने कहा कि बैठक का जेएनयू गतिरोध से ‘सीधा लेना-देना’ नहीं है और कई मुद्दों पर इसमें चर्चा हुई. उन्होंने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव और संसद के बजट सत्र सहित कई मुद्दों पर चर्चा हुई.
बैठक के बारे में पूछने पर पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘‘पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की बैठक नियमित अंतराल पर होती है. बजट सत्र आ रहा है और पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव भी होने हैं. पार्टी में संगठन के मुद्दे भी हैं.’’
बहरहाल उन्होंने कहा कि जेएनयू मुद्दे पर भी चर्चा होनी थी क्योंकि कांग्रेस और वामपंथी दलों ने सरकार पर हमला किया. संसद हमले के दोषी अफजल गुरू को फांसी पर लटकाने के खिलाफ यूनिवर्सिटी में हुए एक कार्यक्रम के दौरान कथित रूप से भारत विरोधी नारे लगाए गए.
इसको लेकर पुलिस की कार्रवाई का बीजेपी ने बचाव किया और विपक्षी दलों पर आरोप लगाए कि वे लश्कर ए तैयबा प्रमुख हाफिज सईद की भाषा बोल रहे हैं. राजनाथ सिंह ने कहा कि जेएनयू में विवादास्पद कार्यक्रम का समर्थन लश्कर संस्थापक हाफिज सईद ने किया है जिससे इसको लेकर राजनीति तेज हो गई है.
सूत्रों ने कहा कि मोदी ने जेटली, सिंह, स्वराज और परिवहन मंत्री गडकरी सहित अपने प्रमुख मंत्रियों के साथ बजट पूर्व विचार-विमर्श किया. बैठक में चर्चा के मुद्दों पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया लेकिन सूत्रों का कहना है कि केंद्रीय बजट से जुड़े मुद्दों पर चर्चा हुई. साल 2014 में सत्ता में आने के बाद से मोदी सरकार का यह दूसरा पूर्ण बजट है.