नई दिल्ली। राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में हुए विधानसभा चुनावों में जीत हासिल करने के बाद भारतीय जनता पार्टी की तरफ से मैदान में उतारे गए सांसद किरोड़ी लाल मीणा, राज्यवर्धन सिंह राठौड़, नरेंद्र सिंह तोमर, प्रह्लाद सिंह पटेल, राकेश सिंह, उदय प्रताप, रीति पाठक, अरुण साव, गोमती साई, दीया कुमारी और किरोणी लाल मीणा ने बुधवार को लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। बता दें कि भाजपा ने इस बार के विधानसभा चुनावों में कुल 21 सांसदों को मैदान में उतारा था, जिसमें से 12 को जीत हासिल हुई और बाकी 9 सांसद चुनाव हार गए।
वहीं बाबा बालक नाथ और रेणुका सिंह ने अभी इस्तीफा नहीं दिया है, क्योंकि वो आज लोकसभा नहीं आए थे। ये दोनों सांसद भी बहुत जल्द अपना इस्तीफा सौंपेंगे। राज्य के विधानसभा चुनावों में अपने सांसदों को मैदान में उतारकर बीजेपी ने सभी को चौंका दिया था और यह प्लान बीजेपी का काम कर गया। पीएम मोदी, लोकसभा अध्यक्ष और राज्यसभा सभापति से मुलाकात के दौरान बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने इन सांसदों के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया है। जो सांसद विधानसभा चुनाव जीत गए उन्होंने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जेपी नड्डा से मुलाकात करने के बाद अपना-अपना इस्तीफा दिया है।
मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर से विधायक का चुनाव जीतने वाले केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता प्रह्लाद सिंह पटेल ने कहा, “मैं जल्द ही कैबिनेट मंत्री पद से इस्तीफा दे दूंगा।” मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बाबा बालकनाथ सिंह और रेणुका सिंह द्वारा अब तक इस्तीफा नहीं दिए जाने पर कयास लगाया जा रहा है कि बीजेपी उनको राज्यसभा में ही रखना चाहती है। बता दें कि इन दोनों सांसदों का नाम राजस्थान और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री की रेस में भी सामने आ रहा है।