गुड़गांव
केंद्र सरकार ने आज कहा कि वह इस संदेह को लेकर कुछ मदरसों की गतिविधियों की निगरानी कर रही है कि कहीं वहां विदेशी शिक्षक किशोर विद्यार्थियों को जिहादी विचाराधारा का पाठ तो नहीं पढ़ा रहे हैं।
उन्होंने यहां एक कार्यक्रम के इतर संवाददताओं से कहा, ‘हम हर गतिविधि पर नजर रख रहे हैं।’ वह इन खबरों के बारे में पूछे गए सवालों का जवाब दे रहे थे कि पश्चिम बंगाल के बर्धमान में एक मदरसे में बांग्लादेशी नागरिक विद्यार्थियों को पढ़ा रहे हैं और केंद्र ने यह पता लगाने के लिए एक सर्वेक्षण कराने की योजना बनायी है कि क्या मदरसों में विदेशी नागरिकों को लगाया गया है।
बताया जाता है कि बर्धमान के मदरसे के शिक्षक प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन जमात उल मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) से कथित रूप से संबद्ध हैं तथा वे किशोर विद्यार्थियों को कथित रूप से जिहादी विचाराधारा के प्रति आकर्षित करने में लगे हैं।
सुरक्षा एजेंसियों द्वारा गृहमंत्रालय को सौंपी गयी गोपनीय रिपोर्ट में कहा गया है कि जिन मदरसों में भारतीय शिक्षक हैं वे किसी जिहादी, अलगाववादी या कट्टर विचाराधारा से प्रभावित करने जैसी गतिविधियों में नहीं लगे हैं। इस रिपोर्ट ने उन मदरसों को निशाने पर ला दिया है जहां बांग्लादेशी या पाकिस्तानी मूल के शिक्षक हैं।