देहरादून : भारतीय जनता पार्टी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने आज लोकपाल विधेयक की पैरवी करने के लिए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की खिल्ली उड़ाते हुए कहा कि अगर भ्रष्टाचार मिटाने के लिए कानून बनाने को लेकर उन्हें इतनी ही चिंता है तो उत्तराखंड में भुवनचंद्र खंडूरी के कार्यकाल में पारित लोकायुक्त कानून को लागू क्यों नहीं किया जा रहा है।
यहां ऐतिहासिक परेड ग्राउंड में एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए मोदी ने राहुल का नाम लिए बिना कहा कि कांग्रेस के एक नेताजी ने कल लोकपाल को भ्रष्टाचार के खिलाफ एक कारगर हथियार बताते हुए उसके विधेयक को पारित कराने के महत्व पर एक प्रेस कांफ्रेस की।
मोदी ने कहा, ‘मैं उनसे सवाल पूछना चाहता हूं कि अगर कांग्रेस को भ्रष्टाचार मिटाने के लिये कानून बनाने की इतनी चिंता है तो उत्तराखंड में भाजपा की पूर्ववर्ती भुवन चंद्र खंडूरी के कार्यकाल में पारित लोकायुक्त कानून को लागू क्यांे नहीं किया जा रहा।’ उत्तराखंड विधानसभा द्वारा सर्वसम्मति से दो साल पहले पारित लोकायुक्त अधिनियम को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने इस साल सितंबर में अपनी मंजूरी दे दी थी।
हालांकि प्रदेश के मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा इस लोकायुक्त कानून को उसी रूप में लागू करने के पक्ष में नहीं है। इस बाबत उनका कहना है कि इस कानून में निचली न्यायपालिका को शामिल किये जाने जैसी कई खामियां हैं और उनमें संशोधन के बाद ही इसे लागू किया जाएगा।
मोदी ने कांग्रेस सरकारों पर योग गुरु रामदेव के खिलाफ अपनी पूरी ताकत झोंकने का आरोप लगाते हुए कहा, ‘मैं हैरान हूं कि दिल्ली और देहरादून की सरकारों ने अपनी पूरी शक्ति एक बाबा रामदेव के खिलाफ लगा रखी है। यदि वे इसकी आधी भी शक्ति आपदा पीड़ितों के लिये लगा देते, तो उनकी दशा में सुधार आ गया होता।’
कांग्रेस की इस राजनीतिक सोच को अपनी समझ से परे बताते हुए मोदी ने कहा कि कांग्रेस की आंख में रामदेव चुभ रहे हैं। उन्होंने तंज कसते हुए कहा, ‘बाबा रामदेव सांस लेने को कह रहे हैं, जबकि इससे कांग्रेस की सांस जा रही है।’ उन्होंने आरोप लगाया कि कोई दिन ऐसा नहीं है जब इन सरकारों द्वारा बाबा रामदेव के खिलाफ कोई मामला दर्ज न किया जा रहा हो।
उन्होंने कहा कि जब योगगुरू बाबा रामदेव द्वारा किये जा रहे कार्यों जैसी गतिविधियां किसी राज्य में होती हैं तो उससे चेतना आती है, रोजगार सृजित होता है और आर्थिक लाभ भी होता है। उन्होंने आरोप लगाया, ‘लेकिन इनका (कांग्रेस का) इरादा ऐसी गतिविधियों पर ताला लगाने का रहता है ताकि अपनी दुकान चलती रहे।’ कांग्रेस पर गैर कांग्रेसी राज्यों के प्रति भेदभावपूर्ण रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि जब आप सरकार में होते हैं तो कोई अपना-पराया नहीं होता, सब अपने होते हैं।
इस संबंध में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, ‘वर्ष 2003 में उत्तराखंड में कांग्रेस की सरकार होते हुए भी वाजपेयी जी ने उसे 10 साल के लिये आर्थिक पैकेज दिया जिसके फलस्वरूप राज्य में हजारों करोड़ों रुपये के कारखाने, रोजगार आये और खुशहाली आयी।’ उन्होंने कहा कि संप्रग सरकार ने सत्ता में आते ही उत्तराखंड के लिये पैकेज की अवधि घटा कर सात साल कर दी।
अपने संबोधन के दौरान इस साल आयी प्राकृतिक आपदा में हुए जानमाल के नुकसान का जिक्र करते हुए मोदी ने उत्तराखंड की कांग्रेस सरकार की भी इस बात के लिये आलोचना की कि उसकी ‘राजनीतिक निष्ठुरता’ ने उन्हें पीड़ितों के साथ दुख बांटने का अवसर नहीं दिया और उन्हें यहां से विदा कर दिया।
मोदी ने कहा कि गुजरात के कच्छ और भुज में वर्ष 2001 में भूकंप आया था और तब उन्होंने हाथ बढ़ाने वाले सभी राज्यों यहां तक कि पाकिस्तान से भी मदद स्वीकार की थी। मोदी ने कहा कि उत्तराखंड में संसाधनों की कोई कमी नहीं है और यहां जलविद्युत परियोजनाओं, जड़ी बूटी और पर्यटन खासतौर से धार्मिक पर्यटन की अपार संभावना है जिसके विकास से यहां के नौजवानों को राज्य से बाहर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
उन्होंने कहा, ‘उत्तराखंड में एक कहावत बार-बार कही जाती है कि पहाड़ की जवानी और पानी उसके काम नहीं आता। लेकिन अगर जलविद्युत शक्ति और पर्यटन के विकास पर ध्यान दिया जाये तो नौजवानों को घर छोड़कर बाहर जाने की जरूरत ही नहीं रहेगी।’ इस संबंध में उन्होंेने कहा कि सवा सौ करोड़ भारतवासियों का सपना होता है कि वह एक बार जरूर हरिद्वार और ऋषिकेश जायें और उनके इस सपने से क्षेत्र का आर्थिक लाभ भी जुड़ा है।
एक साथ जन्म लेने वाले तीन राज्यों छत्तीसगढ़, झारखंड और उत्तराखंड के बारे में मोदी ने कहा कि छत्तीसगढ़ बाकी दोनों राज्यों के मुकाबले समृद्ध राज्यों की बराबरी में तेजी से आगे बढ़ रहा है। इसका कारण बताते हुए उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की जनता ने समझदारी से काम लेते हुए भाजपा की सरकार बनायी जबकि बाकी दोनों राज्यों में बार-बार दल और नेता बदलने से अस्थिरता रही और इससे विकास को नुकसान पहुंचा।
उन्होंने कहा कि वह जनता से अपील करते हैं कि अब ज्यादा प्रयोग न करें और भाजपा पर विश्वास करें। मोदी ने इस संबंध में कहा कि उत्तराखंड के पार्टी प्रभारी के रूप में उन्होंने यहां बहुत कुछ पाया है। उन्होंने कहा, ‘ईश्वर शक्ति दे और यदि आप आशीर्वाद दें तो मैं कुछ तो आपको लौटा सकूं।’हाल में आये चार राज्यों के चुनाव परिणामों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि हवा का रूख साफ है कि कांग्रेस मुक्त शासन की शुरूआत हो चुकी है।
उन्होंने दावा किया, ‘जो चार राज्यों में हुआ, वह चारों ओर होने वाला है।’ भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने केंद्र सरकार की विदेश नीति पर जमकर प्रहार करते हुए कहा कि पड़ोसी देश हमारे जवानों के सिर काट देते हैं और हमारे देश की सरकार चुपचाप हाथ पर हाथ धरे बैठी रहती है।
इस संबंध में उन्होंने कहा कि वह संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से कहना चाहते हैं कि अगर सेना को एक बार छूट दे दी जाये तो हमारी तरफ आंख उठाकर देखने की किसी देश की हिम्मत नहीं होगी। हाल में पांच राज्यों के आये विधानसभा चुनाव परिणामों का जिक्र करते हुए उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस का जाने का समय आ गया है और चार राज्यों में भाजपा अपनी विजय पताका फहरा चुकी है।
मिजोरम में कांग्रेस की जीत को रेस में हारने वालों को दिया जाने वाला सांत्वना पुरस्कार बताते हुए भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री और सोनिया गांधी को यह संदेश समझ लेना चाहिये, ‘सिंहासन खाली करो, नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश की जनता आ रही है।’ उन्होंने उत्तराखंड की जनता से आग्रह किया कि आगामी आम चुनावों में प्रदेश की पांचों लोकसभा सीटों पर भाजपा को विजयी बनाएं।