भाजपा के प्रधानमंत्री पद के दावेदार नरेंद्र मोदी उत्तर प्रदेश के बनारस शहर में शुक्रवार को रैली करने जा रहे हैं.जिला प्रशासन ने उनसे आग्रह किया है कि वह रैली के लिए जब आएं, तो शहर के दो सबसे प्रतिष्ठित मंदिरों में दर्शन करने के लिए न जाएं. प्रशासन को लगता है कि रैली में आई लाखों की भीड़ को संभालने के फेर में पुलिस बल कम पड़ सकता है. उस दिन जुम्मे की नमाज का दिन भी है. ऐसे में अगर नरेंद्र मोदी मंदिर गए, तो उनकी सुरक्षा के इंतजाम ठीक ढंग से नहीं हो पाएंगे.
वाराणसी में 20 दिसंबर को राजा तालाब के पास रैली होगी। मोदी ने तय किया है कि रैली को सम्बोधित करने के बाद वह काशी के 2 प्राचीन मंदिरों में जाकर दर्शन करेंगे और लोकसभा चुनाव में बीजेपी की जीत के लिए आशीर्वाद मांगेंगे। नरेंद्र मोदी का आधिकारिक विस्तृत कार्यक्रम बुधवार की शाम जिला प्रशासन को मिला। इसमें मोदी के काशी विश्वनाथ मंदिर व संकटमोचन मंदिर दर्शन के लिए जाने का भी उल्लेख होने से प्रशासन की बेचैनी बढ़ गई। मोदी का हेलिकॉप्टर बीएचयू के बजाय पुलिस लाइन में उतरने को देखते हुए प्रशासन को मजबूरी में इसके लिए जरूरी तैयारी शुरु करनी पड़ी। पार्टी की ओर से भी इसकी अधिकारिक घोषणा कर दी गई है कि रैली को सम्बोधित करने के बाद मोदी दोनों मंदिरों के दर्शन करने जाएंगे। बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि नरेंद्र मोदी वाराणसी में रैली को संबोधित करने के बाद काशी विश्वनाथ मंदिर और संकटमोचन मंदिर के दर्शन करने पहुंचेंगे। उनके साथ कई अन्य नेता भी रहेंगे।
जिलाधिकारी प्रांजल यादव ने बताया कि उन्होंने मोदी को चिट्ठी लिखकर इस बारे में आग्रह किया है । पत्र में कहा गया है कि चूंकि कल रैली में करीब तीन लाख लोगों की भीड़ जुटने का अनुमान है और कल ही जुमे की नमाज भी है । ऐसे में मोदी शुक्रवार को ही संकटमोचन मंदिर तथा विश्वनाथ मंदिर में दर्शन न करें, क्योंकि इसके लिये समुचित सुरक्षा व्यवस्था करना बेहद मुश्किल होगा।
हालांकि उन्होंने कहा कि वह किसी भी व्यक्ति को मंदिर में दर्शन करने से रोक नहीं सकते। अगर मोदी हर हाल में दर्शन करना चाहेंगे तो रोका नहीं जाएगा, लेकिन सुरक्षा व्यवस्था के लिहाज से बेहतर होगा कि वह रैली वाले दिन ही दर्शन न करें। गौरतलब है कि मोदी कल वाराणसी के खुजरी गांव में विजय शंखनाद रैली करेंगे। कल ही उनके संकटमोचन मंदिर और विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करने का भी कार्यक्रम प्रस्तावित है।
जिलाधिकारी यादव ने कहा कि गुजरात के मुख्यमंत्री मोदी के कार्यक्रम के सिलसिले में उन्हें गुजरात सरकार से एक पत्र प्राप्त हुआ था जिसे उन्होंने मंजूरी के लिये राज्य सरकार को भेजा था लेकिन अभी तक उसका कोई जवाब नहीं आया है। उन्होंने बताया कि हालांकि वाराणसी जिला प्रशासन ने मोदी की रैली के बारे में कार्यक्रम तय किया है जिसके तहत वह शुक्रवार यानी 20 दिसंबर को सबसे पहले संकटमोचन मंदिर और विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करेंगे। उसके बाद वह रैली के लिये खजुरी गांव जाएंगे।