मोदी की रैली मे शामिल होने 10 हजार चाय वाले पंहुचे,, मुबंई।

मुंबई। भारतीय जनता पार्टी के पीएम कैंडिडेट नरेंद्र मोदी मुंबई में गर्जने के लिये तैयार हैं। इस रैली की खासियत यह है कि यहां पर मंत्री, नेता, आईएएस, पीसीएस, आदि की जगह चाय वाले विशेष मेहमान होंगे। इस रैली में देश भर से करीब 10 हजार चाय वालों को आमंत्र‍ित किया गया है। चाय वालों को खास स्थान इसलिये दिया जा रहा है, क्योंकि एक समय में नरेंद्र मोदी भी चाय बेचते थे। रैली के लेटेस्ट अपडेट देखें- राजनाथ सिंह- सोनिया गांधी और प्रधानमंत्री कहते हैं कि हमारे पास जादू की छड़ी नहीं है, जो महंगाई को रोक दे। अगर नहीं है, तो आप अटल बिहारी वाजपेयी के घर जाइये और उनसे मांगिये जादू की छड़ी। लेकिन वहां भी वो छड़ी मिलेगी नहीं, क्योंकि अटल जी ने वह छड़ी अब नरेंद्र मोदी को दे दी है। हमारी लड़ाई किसी व्यक्ति या पार्टी से नहीं, हमारी लड़ाई महंगाई से है, बेरोजगारी से है, खराब स्वास्थ्य सेवाओं से है, आतंकवाद से है। अब हमें रुपये को मजबूत करने का समय आ गया है, जिसके लिये भाजपा पूरी तरह संकल्पबद्ध है। भ्रष्टाचार यदि होता रहा, तो सारे विकास राक्षसी विकास होगा। मानवीय विकास केवल ईमानदारी के साथ हो सकता है। महाराष्ट्र की सरकार ने कितने घोटाले किये सब जानते हैं। लोकपाल का श्रेय लेने वाली कांग्रेस सरकार खुद भ्रष्टाचार में डूबी है। कांग्रेस भूल गई कि अटल बिहारी वाजपेयी ने संसद से अपील की थी कि अगर प्रधानमंत्री पर कोई आरोप लगे, तो उसकी जांच कौन करेगा। इसलिये लोकसभा बिल जरूरी है। आज कांग्रेस उसका श्रेय ले रही है। मैं इसके लिये श्रेय देना चाहता हूं, लेकिन सिर्फ और सिर्फ अन्ना हजारे को। नितिन गडकरी- महाराष्ट्र और केंद्र में कांग्रेस सरकार ने जनता के पैसे को लूटने में कोई कसर नहीं छोड़ी। अब कांग्रेस को हम यह अत्याचार करने नहीं देंगे। रैली में कम से कम 5 लाख लोगों के शामिल होने की उम्मीद है। रैली के लिए भाजपा ने 12 हजार गाड़ियों की व्यवस्था की है। यही नहीं 21 ट्रेनों से देश के अलग-अलग शहरों से चाय वाले मुंबई पहुंचे हैं। मुंबई का एमएमआरडीए मैदान खचाखच भर चुका है। नरेंद्र मोदी भी मुंबई पहुंच चुके हैं। उनके साथ पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह भी हैं। रैली स्थल पर हर जगह मोदी और राजनाथ के बड़े-बड़े होर्डिंग लगे हुए हैं। हालांकि अटल विहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी पोस्टरों से नदारद हैं। यह रैलद मायने में खास है क्योंकि एक समय मोदी भी चाय बेचते थे और आज बीजेपी के पीएम उम्मीदवार के मुकाम तक पहुंचे हैं। बता दें कि मुंबई में बीजेपी-शिवसेना पूरी तरह साफ है और यहां की सभी 6 लोकसभा सीटों पर कांग्रेस-एनसीपी का कब्जा है। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बीजेपी के लिए ये 6 सीटें बेहद अहम हैं।