मिशिगन
अमेरिका के 25 साल के स्टान लारकिन के दिल का ट्रांसप्लांट हुआ। इसके पहले वे करीब डेढ़ साल से बिना दिल के जी रहे थे। डॉक्टरों ने उनको ऑर्टिफिशियल हार्ट लगाया था। ये उनके शरीर में ब्लड सर्कुलेशन बनाए रखता था। इस वजह से स्टान को 24 घंटे बैग में आर्टिफिशियल दिल को अपने साथ रखना पड़ता था।
दरअसल, स्टान लारकिन और उनके सगे भाई डोमिनिक को बचपन में पता चला था कि उन्हें हेरिडिटी कार्डियोमायोपैथी बीमारी है।इसमें दिल कभी भी बिना अलर्ट के काम करना बंद कर देता है। ये काफी रेयर बीमारी है। इसके बावजूद दोनों भाई हौसला नहीं हारे। वे नॉर्मल जिंदगी जीते रहे। 2014 में अचानक दोनों भाइयों को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया।डॉक्टरों ने बताया कि उनके दिल का ट्रांसप्लांट करना होगा। डोनर नहीं मिलने की वजह से डॉक्टरों ने आर्टिफिशियल दिल लगाने का फैसला किया। छोटे भाई को जनवरी 2015 में डोनर मिल जाने से दिल का ट्रांसप्लांट कर दिया गया। पर स्टान को मई में डोनर मिला।
555 दिन तक बिना दिल के रहे स्टान
स्टान 555 दिन तक आर्टिफिशियल दिल के सहारे जिंदा रहे। यह अपने आप में एक रिकॉर्ड है। इस आर्टिफिशियल दिल का वजन 6 किलो ( 13.5 पाउंड) था। स्टान कई बार इसे पहनकर बॉस्केटबाल भी खेलता था। इसे देखकर डॉक्टर भी हैरान थे। स्टान ने कहा कि – “मुझे दो हफ्ते पहले ट्रांसप्लांट के बाद अस्पताल से छुट्टी मिली है। ” मैं काफी खुश हूं कि मैं अब दौड़ भी पाऊंगा। मैं उस डोनर को शुक्रिया बोलना चाहता हूं, जिसने मुझे ये नई जिंदगी दी है ” मैं उसके परिवार से एक दिन जरूर मिलना पसंद करूंगा। मुझे उम्मीद है कि वे भी मुझसे मिलना चाहेंगे।”