नई दिल्ली. निर्भया के कातिलों के डेथ वारंट पर पटियाला हाउस कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है. एक घंटे में ऑर्डर आ सकता है. कोर्ट ने तिहाड़ के अफसरों को रुकने के लिए कहा है. कोर्ट ने कहा ऑर्डर लिखने में तिहाड़ जेल प्रशासन की जरूरत पड़ सकती है. तिहाड़ जेल ने कहा कि याचिकाओं का कोई अंत नहीं है. जेल प्रशासन ने ये तक कहा कि एक को छोड़कर बाकी तीन को कल फांसी दी जा सकती है.
कोर्ट ने कहा है कि विनय ने राष्ट्रपति के सामने दया याचिका दायर कर दी है. दोषियों के वकील का कहना है कि विनय की दया याचिका अभी विचाराधीन है इसलिए डेथ वारंट पर रोक लगनी चाहिए. जवाब में सरकार वकील का कहना है कि बाकी तीन दोषियों को फांसी दी जा सकती है.
फांसी की तैयारी पूरी कर ली गई है. आज पवन जल्लाद फांसी का डमी ट्रायल करने वाला है लेकिन सवाल यही है कि क्या कल निर्भया का इंसाफ पूरा होगा क्योंकि पटियाला हाउस कोर्ट के पिछले डेथ वारंट के मुताबिक़ 1 फरवरी को सुबह 6 बजे तिहाड़ में निर्भया के चारों दोषियों को फांसी दी जानी है.
सुनवाई के दौरान तिहाड़ जेल ने कोर्ट से कहा है कि चाहें तो तय तारीख को 3 दोषियों को फांसी दी जा सकती है. दूसरी तरफ निर्भया की मां की तरफ से पेश वकील ने दलील दी कि दोषी फांसी से बचने के हथकंडे अपना रहे हैं. कोर्ट में तिहाड़ जेल की तरफ से इरफान अहमद पेश हुए. उन्होंने कहा कि फिलहाल बस विनय शर्मा की दया याचिका पेंडिंग है. बाकी तीनों को फांसी हो सकती है. उन्होंने कहा कि इसमें कुछ गैर कानूनी नहीं है. बता दें कि मुकेश की दया याचिका राष्ट्रपति ने खारिज कर दी है और उसके पास अब कोई विकल्प नहीं बचा है.