जेल से निकलते ही लालू ने मोदी पर किया प्रहार …. कहा नरेंद्र मोदी हो या कोई और मोदी मैं तैयार हूं

रांची
चारा घोटाले के एक मामले में 77 दिन बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार में गुजारने के बाद सोमवार को जब आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव बाहर निकले तो अपने चिर-परिचित अंदाज में दिखे। उन्होंने जांच एजेंसी सीबीआई और लोकपाल कानून को लेकर जहां अपनी भड़ास निकाली, वहीं नरेंद्र मोदी के सवाल पर कहा कि अब मैं जेल से बाहर निकल गया हूं। गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने पिछले सप्ताह लालू यादव को जमानत दे दी थी। औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद वह आज दोपहर जेल से रिहा हुए।

लालू ने रांची के होटवार स्थित जेल के बाहर कहा, ‘मुझे न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है और कुछ लोग उसे लोकपाल के नीचे लाना चाहते थे। लेकिन न्यायपालिका की अपनी स्वतंत्रता है और इसे लोकपाल के तहत लाना देश के लिए घातक साबित होगा।’ जेल के अनुभवों का जिक्र करते हुए आरजेडी नेता ने कहा, ‘मैंने बिरसा मुंडा कारागार में करीब एक साल गुजारा है। जेल भगवान कृष्‍ण की जन्‍मभूमि है। यहीं उन्होंने जन्म लिया था और कंस का विध्वंस किया। जो जेल से डरेगा वो कुछ नहीं करेगा। सीबीआई ने मेरे साथ अन्‍याय किया है, लेकिन न्‍यायपालिका पर पूरा भरोसा था।’

इस मौके पर बड़ी संख्या में आरजेडी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया। इससे खुश दिख रहे लालू ने कहा, ‘मैं पार्टी कार्यकर्ताओं और जनता का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं, जिन्होंने एकजुटता दिखाई। मैं उनके सामने नतमस्तक हूं। मीडिया के लोगों का भी धन्यवाद, जो जेल जाते वक्त और बाहर निकलते वक्त मेरे लिए यहां पहुंचे।’

गुजरात के मुख्यमंत्री और बीजेपी के पीएम पद के दावेदार नरेंद्र मोदी पर उन्होंने कहा, ‘अब मैं जेल से बाहर आ गया हूं। नरेंद्र मोदी हो या कोई और मोदी मैं तैयार हूं। फिरकापरस्त ताकतों को दूर करने के लिए कोई भी कुर्बानी दूंगा। सांप्रदायिक ताकतों को दूर भगाने के लिए धर्मनिरपेक्ष पार्टियों से आग्रह करता हूं कि 1947 का सीन दोबारा न होने देना। धर्म और जाति के नाम पर जो शक्तियां हावी होना चाहती हैं, उन्हें हस्तिनापुर पहुंचने से रोकना है।’ हालिया विधानसभा चुनावों के नतीजों पर उन्होंने कहा, ‘हार-जीत लगी रहती है। अच्छा और बुरा वक्‍त, दोनों चलते रहते हैं। जो पार्टी जीती है, दिल्ली में वह भी सरकार बनाने की हिम्मत नहीं दिखा रही।’