नागपुर… राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने लोगों से आगामी लोकसभा चुनाव में उम्मीदवारों का चरित्र परख कर ही वोट करने की अपील की है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद ईवीएम में राइट-टू-रिजेक्ट का बटन आ जाने के कारण उन्होंने मतदान करते वक्त अतिरिक्त सावधानी बरतने को भी कहा है।
नागपुर में रविवार को विजयदशमी समारोह में संघ प्रमुख ने कहा, ‘वोट करने से पहले उम्मीदवार का चरित्र भांपने के साथ संबंधित पार्टी की नीतियों को भी परखें। हमें मुद्दों पर मतदान करना चाहिए। उन्हीं दलों को वोट देना चाहिए जो राष्ट्रीय हितों को सर्वोपरि रखें और उन्हीं उम्मीदवारों को जिताना चाहिए जो ईमानदार हों।’ उन्होंने कहा कि संघ राजनीति में नहीं पड़ा, उल्टा राजनीति ही संघ की गतिविधियों में बाधक बनती है।
भागवत ने केंद्र सरकार पर चोट करते हुए कहा, ‘डांवाडोल आर्थिक हालात के लिए सरकार की नीतियां जिम्मेदार हैं। देश के आर्थिक हालात आम आदमी की जेब पर सीधा असर डालते हैं। लोग आज खुद को महंगाई के भारी भरकम बोझ तले दबा महसूस कर रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजार में रुपये की गिरावट को थामने के लिए सरकार को हर हथकंडा अपनाना पड़ रहा है। यह दिखाता है कि केंद्र सरकार की नीतियों के कारण देश आर्थिक मुश्किलों में फंस गया है।’
सीमा पर पाकिस्तान और चीन की बढ़ती घुसपैठ के लिए भी उन्होंने केंद्र की नीतियों को जिम्मेदार बताया। उन्होंने कहा, आज राष्ट्र की सुरक्षा पर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं। चीन बार-बार घुसपैठ कर हमारे सब्र का इम्तिहान ले रहा है। उन्होंने हाल में राज्यों को पत्र लिखकर अल्पसंख्यकों को आतंकवाद के नाम पर परेशान न करने का निर्देश देने वाले गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे को भी निशाने पर लिया।