नई दिल्ली. इंडियाज मोस्ट वांटेड की सूची में पंद्रहवें नंबर पर शामिल आतंकी अब्दुल करीम टुंडा बम बनाने का उस्ताद है। उसे बम बनाने की ट्रेनिंग गली-मोहल्ले में चूरन बेचने वाले एक शख्स ने दी थी। टुंडा भिवंडी में अपने एक करीबी की मौत का बदला लेने के मकसद से आतंक की दुनिया में उतरा था और फिर उसका खौफ बढ़ता ही गया (आखिरी के स्लाइड में पढ़ें विस्तार से उसकी यह कहानी)।
अब जब टुंडा पुलिस की गिरफ्त में है तो एक से बढ़ कर एक राज खोल रहा है। रविवार को खुफिया एजेंसियों ने उससे कई घंटे पूछताछ की। इस पूछताछ में टुंडा ने कई अहम राज उगले हैं। उसने बताया है कि जमात-उद-दावा का सरगना हाफिज सईद और अंडरवल्र्ड डॉन दाउद इब्राहिम पूरी तरह से आईएसआई के संरक्षण में हैं और इनकी हर गतिविधि की जानकारी पाक सेना को होती है। ‘भास्कर’ को भी खुफिया एजेंसियों की टुंडा से पूछताछ में सवाल-जवाब की जानकारी मिली है।
क्या तुम हाफिज सईद से मिले हो और वह तुमसे क्या कहता था?
हां, मैं सईद से कई बार मिला हूं। वह भारत में धमाके के लिए मुझसे कई बार मिला और बातचीत की। हर बार वो कहता था कि तुम अंजाम दो, हर चीज मुहैया मैं कराऊंगा।
हाफिज का ठिकाना कहां है?
हाफिज कराची और इस्लामाबाद के अलावा अधिकृत कश्मीर के आतंकी कैंप का दौरा करता रहता है और कई बार महीनों तक इसी आतंकी कैंप में रहता भी है। यहीं से वो एलओसी पर भी जाता है और भारत में घुसपैठ कराने के लिए सेना से संपर्क में भी रहता है। वह एलओसी के पास के गांवों के युवकों को भारतविरोधी गतिविधि और घुसपैठ को सेना की मदद करने के लिए प्रशिक्षण भी देता है और उनकी तैनाती भी करवाता है। उसकी गतिविधि की जानकारी आईएसआई और सेना, दोनों को रहती है।