दिल्ली में प्रचंड बहुमत से केजरीवाल सरकार बनने के बाद भी आम आदमी पार्टी विवादों के साए से दूर नहीं हो पा रही है। चुनाव परिणाम आने के तुरंत बाद से ही पार्टी के वरिष्ठ नेता योगेन्द्र यादव और प्रशांत भूषण के साथ टकराव दूर होने के बजाय गहराने के बीच अब पार्टी के आंतरिक लोकपाल एडमिरल रामदास ने केजरीवाल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। रामदास ने पार्टी नेता अरविंद केजवाल के मुख्यमंत्री होने के साथ आप संयोजक का पद भी अपने पास ही रखने को मुद्दा बनाया है। इसके अलावा उन्होंने आप में उभर रहे दो ध्रुवों के लिए आपसी विश्वास की कमी को प्रमुख कारण बताया है। एडमिरल रामदास ने रविवार को केजारीवाल को पत्र लिखकर कहा है कि पार्टी नेतृत्व दो धड़ों में बंटता नजर आ रहा है। इसका कारण संवादहीनता और आपसी विश्वास की कमी है।