मुंबई – पत्नी हसीन जहां के गंभीर आरोप झेल रहे मोहम्मद शमी पर एक नई गाज गिर सकती है। दरअसल हसीन ने शमी पर मैच फिक्सिंग के भी आरोप लगाए थे। इसकी जांच भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने अपनी भ्रष्टाचार रोधी इकाई (एसीयू) को सौंपी थी। एसीयू जल्द ही अपनी रिपोर्ट पेश करने वाला है। इसी से तय होगा कि भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी के आईपीएल के 11वें संस्करण में खेल पाएंगे या नहीं।
बीसीसीआई के कार्यवाहक अध्यक्ष सीके खन्ना ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की संचालन परिषद की बैठक से इतर यह जानकारी दी। खन्ना ने बताया कि एसीयू के प्रमुख नीरज कुमार शमी पर उनकी पत्नी हसीन जहां के लगाए गए मैच फिकिं्सग के आरोपों की जांच कर रहे हैं। हसीन ने शमी पर आरोप लगाया है कि उन्होंने दुबई में एक पाकिस्तानी महिला अलिश्बा के जरिए एक व्यवसायी मोहम्मद भाई से धन लिया था।
प्रशासकों की समिति (सीओए) के प्रमुख विनोद राय ने एसीयू को कहा था कि वह शमी पर फिक्ंिसग के आरोप की खासतौर पर जांच करें। खन्ना ने कहा- चूंकि एसीयू प्रमुख नीरज इस मामले की जांच कर रहे हैं और उन्हें जांच के लिये सात दिन का समय दिया गया है। इस मामले को लेकर कोई भी फैसला एसीयू की रिपोर्र्ट आने के बाद ही लिया जाएगा। अंतिम फैसला लेने का अधिकार सीओए के पास रहेगा।
शमी को दिल्ली डेयरडेविल्स टीम ने तीन करोड़ रुपए में खरीदा था। दिल्ली टीम भी इस बात को लेकर असमंजस में है कि शमी के साथ उसे क्या करना है और उसे भी एसीयू की रिपोर्ट का इंतजार है।
हसीन के आरोपों के बाद बीसीसीआई ने शमी के अनुबंध को रोक दिया है और उन्हें चारों ग्रेड में से किसी ग्रेड में नहीं रखा गया है। शमी की पत्नी ने उनपर घरेलू ङ्क्षहसा, उत्पीडऩ, विवाहेत्तर संबंध, बलात्कार और मैच फिकिं्सग जैसे संगीन आरोप लगाये हैं।