उत्तर प्रदेश के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अरुण कुमार का ट्रांसफर कर दिया गया है। उन्हें पुलिस हेडक्वार्टर से अटैच कर दिया गया है। अरुण कुमार की जगह मुकुल गोयल को तैनात किया गया है। इससे पहले मुकुल रेलवे में तैनात थे।
अरुण कुमार का तबादला इस मायने में अहम है कि उन्होंने कुछ दिन पहले ही यूपी सरकार को चिट्ठी लिखकर केंद्र में प्रतिनियुक्ति की मांग की थी। अरुण कुमार ने मुजफ्फरनगर दंगों के बाद केंद्र को इस तरह की चिट्ठी लिखी थी। इस घटना के बाद अरुण कुमार कुछ दिन की छुट्टी पर भी चले गए थे। इसकी वजह उनकी नाराजगी को बताया जा रहा था।तभी से अरुण कुमार के इस पद से हटने के कयास लग रहे थे। चर्चा थी कि वो खुद ही हट जाएंगे या प्रदेश सरकार उन्हें हटा देगी। आज प्रदेश सरकार ने आखिरकार उनका तबादला कर ही दिया।उत्तर प्रदेश के एडीजी लॉ एंड आर्डर अरुण कुमार ने उत्तर प्रदेश सरकार को एक पत्र लिखकर खुद को प्रतिनियुक्ति पर भेजने की मांग की थी। उनका कहना था कि अब वो यूपी में काम नहीं करना चाहते हैं। अरुण कुमार ने लिखा ता कि राज्य में काम करने की जो मियाद होती है वो पूरी हो चुकी है। अब वो प्रतिनियुक्ति पर जाने का अधिकार रखते हैं लिहाजा वो जाना चाहते हैं।
सूत्रों की मानें तो अरुण कुमार उत्तर प्रदेश के हालात से परेशान हैं। उन्हें खुलकर काम करने की आजादी नहीं मिल पा रही है इसलिए वो यहां से जाना चाहते हैं। खासतौर पर मुजफ्फरनगर दंगों में जिस तरह से सरकार ने पुलिस के मामलों में हस्तक्षेप किया, उससे अरुण कुमार बेहद व्यथित