अंतरराष्ट्रीय बाजार में दोनों कीमती धातुओं में रही जबरदस्त तेजी के बीच स्थानीय स्तर पर अक्षय तृतीया से पहले सर्राफा कारोबारियों की मांग आने से बीते सप्ताह दिल्ली सर्राफा बाजार में सोना 625 रुपये चमककर 32,000 के आंकड़े के पार 32,100 रुपये प्रति दस ग्राम पर पहुंच गया। सिक्का निर्माताओं के उठाव में तेजी और औद्योगिक मांग बढऩे से चाँदी भी 800 रुपये की तेज छलांग लगाकर 40,000 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गयी।
समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान दुनिया की अन्य प्रमुख मुद्राओं के बास्केट में डॉलर के टूटने से वैश्विक स्तर पर दोनों कीमती धातुओं में तेजी रही। लंदन एवं न्यूयॉर्क से मिली जानकारी के अनुसार, गत सप्ताह लंदन का सोना हाजिर 12.20 डॉलर की बढ़त के साथ सप्ताहांत पर 1,346.00 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया। अमेरिकी सोना वायदा भी 11.30 डॉलर की साप्ताहिक तेजी के साथ 1,348.60 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया। विश्लेषकों के मुताबिक सीरिया में अमेरिका, फ्रांस और ब्रिटेन द्वारा 100 से अधिक मिसाइलें दागे जाने के बाद सुरक्षित निवेश मानी जाने वाली पीली धातु में निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ गयी है, जिससे पीली धातु को बल मिला है। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में चाँदी हाजिर में भी 0.24 डॉलर की तेजी रही और यह 16.61 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गयी।
पिछले कुछ सालों की बात की जाए तो अक्षय तृतीया के आसपास सोने की कीमत 30,000 (प्रति 10 ग्राम) से ऊपर नहीं रही थी। पिछले साल अक्षय तृतीया 9 मई 2016 को थी, तब सोना 29,860 था। इस साल आनेवाले दिनों में भाव में और तेजी आने के संकेत मिल रहे हैं। इस बारे में बात करते हुए बुलियिन फेडरेशन ऑफ इंडिया के सचिव हरेश आचार्य ने कहा कि अगर अगले 3-4 दिनों तक भाव ऐसे ही बढ़ते रहे तो अक्षय तृतीया तक यह सबसे ज्यादा हो जाएंगे। एक जूलर ने कहा भी कि आनेवाले दिनों में भाव भले ही बढ़ जाएं लेकिन लोग जूलरी, सिक्के और बिस्किट के रूप में इसमें निवेश करना जारी रखेंगे। इसकी एक वजह डायमंड की तरफ कम होता रुझान भी है। जूलरी की दुकान पर अडवांस बुकिंग करवाने वालों की भी भारी भीड़ है। बता दें कि पिछले साल सोने का भाव 28,861 (प्रति दस ग्राम) था वहीं 2018 की शुरुआत में यह 28,500 था।