बेंगलुरु
जीपीएस नाविक और आरएलवी-टीडी के सफल प्रक्षेपण के बाद इसरो एक और कहानी लिखने को तैयार है। जून महीने के आखिरी हफ्ते में इसरो एक साथ 22 उपग्रहों को लॉन्च करेगा जो भारत के अंतरिक्ष इतिहास में एक नई शुरुआत होगी। सेटेलाइट को लॉन्च करने के लिए पीएसएलवी सी-34 इस्तेमाल में लाया जाएगा।
इसरो प्रमुख किरन कुमार ने कहा कि 22 में से तीन सेटेलाइट भारत के हैं जबकि बाकी सेटेलाइट अमेरिका, कनाडा और इंडोनेशिया के हैं। हाल ही में रियूजेबल लॉन्च व्हीकल के परीक्षण के बाद हम करीब 22 सेटेलाइट लॉन्च करेंगे। कार्टोग्राफिक श्रृंखलाओं में से एक सेटेलाइट भी लॉन्च किया जाएगा। सेटेलाइट लॉन्च करने के बाद इसरो स्कैटरोमीटर INSAT-3DR लॉन्च करने की तैयारी में जुट जाएगा। इसकी मदद से वातावरण में वर्टिकल तापमान और उमस के बारे में जानकारी मिल सकेगी।
विश्व में एक रॉकेट द्वारा सर्वाधित सेटेलाइट लॉन्च करने का रिकॉर्ड रूस के नाम दर्ज है। डेनपर से रूस ने एक साथ 37 सेटेलाइट को लॉन्च किया था। 2008 में भारत ने भी एक साथ 10 सेटेलाइट के प्रक्षेपण का रिकार्ड बनाया था। लेकिन ये रिकॉर्ड कई बार दूसरे देशों द्वारा तोड़ दिया गया था।