न्यूयॉर्क। अमेरिका की एक संघीय अदालत ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को दो जनवरी तक मानवाधिकार संगठन सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) के आरोप का जवाब देने को कहा है। एसएफजे ने आरोप लगाया है कि सोनिया गांधी ने नवंबर, 1984 में हुए सिख विरोधी दंगे में कथित रूप से शामिल कांग्रेसी नेताओं को संरक्षण दिया।
एसएफजे ने चार दिसंबर को सोनिया के खिलाफ संशोधित शिकायत दर्ज कराई थी। इसमें उसने कहा है कि सोनिया ने 1984 के सिख विरोधी दंगे में शामिल कांग्रेसी नेताओं कमलनाथ, सज्जन कुमार, जगदीश टाइटलर और अन्य नेताओं को संरक्षण प्रदान किया।
38 पृष्ठों की शिकायत में ज्यूरी द्वारा सोनिया के खिलाफ मुकदमा चलाने की मांग की गई है। इसमें कहा गया है कि सोनिया ने सोच विचार कर ऐसा काम किया था और इसके लिए उन्हें दंडित किया जाना चाहिए। एसएफजे का दावा है कि न्यूयॉर्क में नौ सितंबर को मेमोरियल स्लोअन-केटरिंग कैंसर सेंटर में अस्पताल और सुरक्षाकर्मी के माध्यम से सोनिया गांधी को कोर्ट का समन पहुंचाया गया था। हालांकि सोनिया के वकीलों ने एसएफजे के इस दावे को चुनौती दी है।