Viral News: एक चौंकाने वाली घटना में, 74 साल की एक महिला को हॉस्पिटल केयर में मृत घोषित कर दिया गया, लेकिन बाद में नेब्रास्का के एक अंतिम संस्कार गृह में जिंदा पाया गया। खबरों के अनुसार, अंतिम संस्कार गृह के कर्मचारी को पता चला कि महिला सांस ले रही है और उसने तुरंत सीपीआर देना शुरू कर दिया। ये चौंकाने वाली घटना उसके मृत घोषित किए जाने के सिर्फ दो घंटे बाद हुई थी। लैंकेस्टर काउंटी के शेरिफ विभाग के मुख्य उप-प्रमुख बेन हाउचिन ने बताया, “एक डॉक्टर ने पिछले सात दिनों तक उस महिला की देखरेख की थी, और आखिर में जब उसकी मौत हुई तो उस डॉक्टर ने मृत्यु प्रमाणपत्र पर हस्ताक्षर किए।”
मौत के बाद जिंदा हो उठी महिला
शेरिफ ने यह भी कहा, “महिला की मृत्यु के समय कुछ भी संदिग्ध नहीं था। सब कुछ सामान्य लग रहा था।” डेली मेल ने इस घटना पर शेरिफ विभाग के बयान के साथ एक इंस्टाग्राम वीडियो भी जारी किया। वीडियो में बताया गया कि 74 साल की कॉन्स्टेंस ग्लैंट को हॉस्पिस केयर में मृत घोषित कर दिया गया था और फिर उन्हें नेब्रास्का के एक अंतिम संस्कार गृह ले जाया गया। रिपोर्ट में आगे बताया गया कि अंतिम संस्कार गृह के एक कर्मचारी को शव को तैयार करने के लिए मेज पर रखते समय पता चला कि महिला सांस ले रही है। कर्मचारियों ने तुरंत सीपीआर देना शुरू किया और फिर उन्हें पास के अस्पताल ले जाया गया।
हॉस्पिटल की किसी लापरवाही का सबूत नहीं
शेरिफ विभाग का कहना है कि उन्हें अभी तक हॉस्पिटल की किसी लापरवाही का सबूत नहीं मिला है, लेकिन जांच जारी है। इस घटना के बाद लोगों ने ऑनलाइन तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दीं। एक ने लिखा, “इसीलिए पुराने जमाने में कब्रों के पास घंटियां हुआ करती थीं, जो सीधे ताबूत से जुड़ी होती थीं।” दूसरे ने अविश्वास जताते हुए लिखा, “ये कैसे हो सकता है! आज के जमाने में?” तीसरे ने सवाल किया, “आखिर ऐसा कैसे हो सकता है?”
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