पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में हिरासत में ली गई महिला को कपड़े उतार कर नृत्य करने के लिए मजबूर करने की आरोपी महिला पुलिस अधिकारी को बर्खास्त कर दिया गया है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पुलिस हिरासत के दौरान महिला कैदी के साथ अमानवीय व्यवहार करने और अधिकारों के दुरुपयोग के आरोप की जांच के लिए गठित पुलिस जांच समिति ने निरीक्षक शबाना इरशाद को दोषी पाया है।
क्वेटा के पुलिस उप महानिरीक्षक मुहम्मद अजहर अकरम ने कहा कि जांच में पाया गया कि महिला निरीक्षक ने परी गुल नामक महिला को क्वेटा के जिन्ना टाउनशिप में बच्चे की हत्या के मामले में पूछताछ के लिए हिरासत में लिया और थाने लाई। उन्होंने कहा कि जब महिला को पुलिस हिरासत में लाया गया, तब महिला निरीक्षक शबाना ने न केवल उसे निवस्त्र किया बल्कि जेल में अन्य के सामने नृत्य करने पर भी मजबूर किया। पीड़ित महिला को अदालत ने अब न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
अकरम ने कहा कि महिला निरीक्षक ने अपने बचाव में कुछ नहीं कहा और उसे सेवा से जबरन कार्यमुक्त कर बर्खास्त कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि अगर महिला निरीक्षक एक महिला के साथ ऐसा कर सकती है और अपने अधिकारों का दुरुपयोग करती है तो उसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। हमने सुरक्षा के लिए जेल तक में महिला कैदियों से पूछताछ के लिए केवल महिला निरीक्षक को ही अधिकृत किया है।