फटाफट डेस्क. हमारे देश भारत में सुबह की शुरुआत चाय के साथ होती हैं और शाम को भी लोग चाय पीते हैं और अधिकतर लोग चाय के पहले पानी पीना भी पसंद करते हैं। कुछ लोग चाय पीने से पहले एक गिलास पानी पी लेते हैं। क्या आपकी ये आदत सेहत के लिए सही है? क्या चाय पीने से पहले पानी पीना चाहिए? अपोलो अस्पताल बेंगलुरु की चीफ क्लिनिकल न्यूट्रिशनिस्ट डॉ. प्रियंका रोहतगी कहती हैं कि, ज्यादातर लोगों को यह पता नहीं चाय और कॉफी दोनों एसिडिक होती हैं और दोनों से पेट में गैस बनती हैं। ज्यादा चाय या कॉफी दोनों नुकसानदेह हैं। चाय-कॉफी पीने से पहले कुछ लोग पानी पीते हैं। ताकि, चाय और कॉफी में मौजूद एसिडिक नेचर को कम किया जा सके।
डॉ प्रियंका रोहतगी ने बताया कि, बहुत कम लोगों को पता है कि चाय का एसिडिक नेचर होता हैं। हैम यानी यह पेट में जाकर गैस बनाती हैं। चाय और कॉफी दोनों एसिड बनाती हैं। चाय का पीएच वैल्यू 6 जबकि चाय का पीएच वैल्यू 5 हैं। ऐसे में जब यह एसिड का निर्माण ज्यादा करेगी तो कई घातक बीमारियों का जोखिम बढ़ जाएगा। यहां तक कि, अल्सर और कैंसर जैसी जानलेवा बीमारियों की आशंका भी बढ़ जाएगी। लेकिन, अगर हम चाय पीने से पहले एक गिलास पानी पी लें तो इसके एसिडिक प्रभाव के कारण होने वाले नुकसान को कम कर सकते हैं। चाय पीने से पहले अगर हम पानी पी लेते हैं तो यह आंत में एक लेयर बना देता हैं। जिससे एसिड का असर कम हो जाता हैं।
दूसरी ओर चाय और कॉफी में टैनिन नाम का कंपाउड पाया जाता हैं। जिसके कारण चाय या कॉफी का स्वाद कसैला होता हैं। टेनिन के कारण ही हल्का नशा जैसा भी महसूस होता हैं। टैनिन आंत के टिशू को भी नुकसान पहुंचाता हैं। इससे पेट संबंधी कई समस्याएं पैदा होती है। इस कारण जी मितलना, उल्टी होना और पेट में दर्द होना आम बात हैं। हालांकि, हम कितनी मात्रा में चाय पी रहे हैं और इसका क्या असर होता है, यह हरेक इंसान में अलग-अलग तरह से निर्भर करता है। लेकिन चाय पीने से पहले यदि पानी पी लिया जाए तो शरीर हाइड्रेट भी रहता हैं, और पीएच भी बैलेंस रहता हैं। इसके साथ पानी मुंह के बैक्टीरिया को भी साफ कर देता हैं। चाय पीने से मुंह और दांतों को भी नुकसान होता हैं। लेकिन, पानी पी लेने से वहां भी एक लेयर बन जाता है जिसके कारण वहां असर कम हो जाता हैं।
कितनी देर पहले पानी पीना चाहिए
डॉ. प्रियंका रोहतगी कहती हैं कि, चाय या कॉफी पीने के 15 मिनट पहले यदि पानी पी लिया जाए तो इसका फायदा ज्यादा होता हैं। इससे चाय से आए एसिड को डायल्यूट करने में मदद मिलती हैं। वहीं कैफिन का असर भी कम होता जिसके कारण नशा सा चढ़ जाता हैं।