अंबिकापुर. वर्तमान समय में कोरोना वायरस भारत तथा विश्व में भयभीत किया हुआ है. सभी कोई योग करने और अपने रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने की आवश्यकता है. जिससे सभी मनुष्य तन मन से स्वस्थ रह सकें. हमारे युवा पीढ़ी इस विधा को अपनाए, इसी परिप्रेक्ष्य में मैनपाट के सर्वोच्च शिखर परपटिया में आज 4:00 बजे वृक्षआसन, शीर्षासन, सूर्यनमस्कार का अभ्यास किया गया.
इस योग शिविर का संपूर्ण आयोजन सरगुजा जिले के पतंजलि योग समिति के योगाचार्य कमलेश सोनी द्वारा किया गया था. योगाचार्य कमलेश सोनी के अनुसार वर्तमान समय में इस प्रकार की स्थितियां बनी हुई है ऐसे में लोगों को अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने की जरूरत है. योग द्वारा सिर्फ रोग प्रतिरोधक क्षमता ही नहीं बल्कि संपूर्ण व्यक्तित्व का विकास होता है एवं मनुष्य निरोग रहता है.
योग के अभ्यास से मनुष्य के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन देखने को मिलता है एवं इन योग अभ्यास के जरिए लोग अपने रोगों को भी दूर कर सकते हैं. वर्तमान समय में युवा पीढ़ी द्वारा भारतीय सभ्यता और संस्कृति की अमूल्य विधा को अपनाया जाए इस परिपेक्ष में योगाचार्य कमलेश सोनी द्वारा मैनपाट के सर्वोच्च शिखर परपटिया में आज विभिन्न प्रकार के योगाभ्यास किए गए साथ ही उन्होंने इन योग द्वारा होने वाले लाभ के बारे में भी बताया जो कुछ इस प्रकार से हैं..
वृक्षआसन– मन की एकाग्रता एवं शरीर की मांसपेशियों के मजबूत करने हेतु बहुत अच्छा रहता है.
सूर्यनमस्कार– शरीर का सम्पूर्ण व्ययाम, बुढापा देर से आयेगा,प्रतिदिन सौ बार सूर्यनमस्कार करने मनुष्य मृत्युंजय हो जाता है,इच्छा मृत्यु को प्राप्त करता है.
शीर्षासन– आॅखों की रौशनी सौं वर्षों तक अच्छा रहता है, स्मरण शक्ति बढ़ती है आयु बढ़ती है. विद्यार्थीयों के लिए अच्छा रहता है.