भैयाथान- (संदीप पाल) मंगलवार को सरेआम उठक-बैठक कराने की घटना से पूरे भैयाथान में इसकी चर्चा हो रही है। वही यह ममला अब में तूल पकड़ता जा रहा है। पुलिस की कार्य प्रणाली पर भी सवालिया निशान लग रहे है। थाना के सामने बसपा नेता के द्वारा जन अदालत लगाई गई, और सरेआम एक व्यक्ति से उठक बैठक कराई गई, लेकिन इस पूरे घटनाक्रम में पुलिस कही भी नजर नही आई,, जबकि थाने से महज दो कदम की दूरी पर चौक का व्यस्ततम क्षेत्र है। पुलिस के जवान प्राय: चौक के दुकानों पे खड़े रहे, पर किसी ने बीच बचाओ नही किया।
उठक बैठक मामले में पीड़ित व्यक्ति के परिजनों व वीडियो बनाने वाले के बीच झूमा -झपटी हुई जिस पर बसपा नेता के द्वारा अपने बचाओ के लिए काउंटर केश दर्ज करवाया गया। पुलिस ने उठक बैठक पीड़ित के परिजनों पर एट्रो सिटी एक्ट के तहत केश दर्ज किया है। क्षेत्र में पूरे समाज के द्वारा एट्रो सिटी का केस दर्ज किए जाने की निंदा की जा रही है। आपसी लड़ाई में दलित उत्पीड़न का सवाल ही पैदा नही होता है, लेकिन फिर भी पुलिस ने यह मामला दर्ज किया है.. वही उठक बैठक पीड़ित रामगुलाम यादव आर्थिक स्थिति से अत्यंत कमजोर है। जबकि सीताराम भस्कर बसपा का बड़ा नेता व जिला पंचायत सदस्य का पुत्र है। इस स्थिति में दलित उत्पीड़न नही हो सकता है। इस पूरे घटनाक्रम में पुलिस अगर सक्रिय होती तो ना यह उठक बैठक की घटना होती ना तो सीताराम भस्कर के साथ झूमा झपटी होती, वही यादव समाज के सम्भागीय अध्यक्ष देव नारायण यादव व जिला अध्यक्ष रमाशंकर यादव सहित यादव समाज के सैकड़ों व भैयाथान के वरिष्ट समाजिक व व्यक्तियो के द्वारा इस घटनाक्रम की जांच व भैयाथान क्षेत्र में शांति व्यवस्था बनाने के उद्देश्य से दोनों समाज की बेवजह टकराव को रोकने के लिए राज्य के गृहमंत्री रामसेवक पैकरा से मुलाकात कर मामले में हस्ताक्षेप करने के लिए चर्चा की जायेगी।