
अम्बिकापुर..(सीतापुर/अनिल उपाध्याय)..सांस लेने में हो रही परेशानी का इलाज कराने आई महिला ने उपचार के दौरान हॉस्पिटल में दम तोड़ दिया।महिला को बीपी शुगर के अलावा टीवी रोग की शिकायत थी।जिसकी वजह से घर मे उसकी तबियत अचानक बिगड़ी और उसे सांस लेने में परेशानी होने लगी थी।महिला की परेशानी बढ़ती देख घरवाले उसे इलाज के लिए हॉस्पिटल लेकर आये थे।जहाँ इलाज शुरू होने के आधे घंटे बाद महिला ने दम तोड़ दिया।
महिला की मौत की खबर सुन हॉस्पिटल में मौजूद देवरानी सदमे में आ गई।महिला की मौत से घरवालें उबर भी नही पाए थे कि सदमे में आई देवरानी की बिगड़ती हालत ने उन्हें चिंता में डाल दिया।मौके पर मौजूद डॉक्टर ने फौरन महिला को भर्ती करते हुए उसका उपचार शुरू किया।सांस लेने में हो रही दिक्कत को देखते हुए महिला को ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया था।घंटो चले उपचार के बाद जब महिला की स्थिति सामान्य हुई तब जाकर घरवालों ने राहत की सांस ली।
विदित हो कि ग्राम खड़गांव निवासी स्व भगवान दास की 48 वर्षीय पत्नी बीपी शुगर के साथ टीवी रोग से भी ग्रसित थी।जिसका काफी दिनों से उपचार चल रहा था।बुधवार की रात अचानक महिला की तबियत खराब हुई और उसे सांस लेने में परेशानी होने लगी।घरवालें महिला की हालत बिगड़ती देख रात साढ़े आठ बजे इलाज हेतु हॉस्पिटल पहुँचे।जहाँ डॉक्टर द्वारा महिला का उपचार शुरू किया गया और उसे ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया था।इसके बाद भी महिला की स्थिति में कोई सुधार नही हुआ और आधे घंटे बाद महिला ने दम तोड़ दिया।महिला की मौत के बाद मौके पर मौजूद घरवालों में मातम छा गया।
देवरानी आई सदमे में
इलाज के दौरान जेठानी की मौत देख देवरानी लक्ष्मी दास पति परमानंद 45 वर्ष सदमे में आ गई।जिसकी वजह से उसकी हालत बिगड़ने लगी और उसे सांस लेने में परेशानी होने लगी।देवरानी की हालत देख हॉस्पिटल में मौजूद घरवाले चिंतित हो उठे।कुछ दरक लिए हॉस्पिटल में अफरा तफरी का माहौल निर्मित हो गया था।मौके पर मौजूद डॉक्टर ने महिला की बिगड़ती हालत देख तत्काल उसका उपचार शुरू किया।सांस लेने में होने वाली परेशानी को देखते हुए महिला को ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया था।घँटों उपचार के बाद जब महिला की स्थिति सामान्य हुई तब जाकर घरवालों ने राहत की सांस ली।
बेटे ने लगाया इलाज में लापरवाही का आरोप
इलाज के दौरान दम तोड़ने वाली महिला के पुत्र शिवा दास ने इलाज के दौरान लापरवाही का आरोप लगाया है।उसका कहना है कि मरीज को जब हॉस्पिटल लाया गया था तभी उसका इलाज शुरू किया जाता तो शायद बात कुछ और होती।लेकिन तबियत खराब देखते हुए भी इलाज देर से शुरू हुआ।तब तक मरीज की स्थिति काफी दयनीय हो चुकी थी।जिसकी वजह से मरीज ने दम तोड़ दिया।
इस संबंध में उपचार करने वाले वरिष्ट चिकित्सक डॉ जे आर कुर्रे ने बताया कि ये आरोप गलत है।मरीज की हालत पहले से ही काफी खराब थी।हॉस्पिटल पहुँचते ही उसका तत्काल इलाज शुरू कर दिया गया था।बीपी शुगर के साथ टीवी की भी शिकायत थी जो मरीज की मौत का कारण बना।