रायपुर. खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि अब सरगुजा संभाग में भी उसना चावल का उपार्जन करने का निर्णय लिया गया है. श्री भगत ने आज अम्बिकापुर के एक होटल मे आयोजित राईस मिलरों की बैठक में यह बातें कही. मंत्री श्री भगत ने कहा कि लोगों को सस्ता चावल उपलब्ध कराने में राईस मिलरों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है. राईस मिलरों को प्रोत्साहित करने के लिए अब सरगुजा संभाग में भी उसना चावल का उपार्जन करने का निर्णय लिया गया है. भारतीय खाद्य निगम को उसना चावल खरीदी के लिए आवश्यक निर्देश दिये जाएंगे.
मंत्री श्री भगत ने कहा की राईस मिलरों को परिवहन, भण्डारण तथा राशि भुगतान संबंधी समस्याओं का हर संभव समाधान निकालने का प्रयास किया जायेगा. उन्होंने कहा कि राज्य शासन मिलरों को किसी प्रकार की नुकसान न हो इस पर सतत निगरानी रखेगी और कस्टम मिलिंग की भी निरंतर समीक्षा की जायेगी. श्री भगत ने मिलरों के द्वारा उठाये गए भिविन्न समस्याओं एवं मांगो पर चर्चा करते हुये बताया कि सरगुजा जिले में करीब 15 करोड़ रूपए की प्रोत्साहन राशि का भुगतान किया जाना है. जिसमें से 10 करोड़ भुगतान करने अधिकारियों को निर्देशित किया गया है. उन्होंने भुगतान की सप्ताहिक समीक्षा करने के निर्देश जिला विपणन अधिकारी को दिये. श्री भगत ने बताया कि बारदाने की राशि के संबंध में कुछ तकनीकी विसंगतियों को दूर करने के निर्देश उच्चाधिकारियों को दिए गए हैं.
श्री भगत ने कहा कि जिले में चावल भण्डारण हेतु कुल 28 हजार 400 मेट्रिक टन क्षमता का गोदाम है जो यहां के उपार्जन के हिसाब से कम है. इसे दूर करने के लिए लखनपुर एवं अम्बिकापुर में गोदाम निर्माण के लिए आबंटित भूमि में निर्माण कार्य शुरू करने के लिए टेण्डर आदि की प्रक्रिया शीघ्र पूरी करने के निर्देश दिये गये हैं. साथ ही सीतापुर में निर्माणाधीन गोदाम को भी शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिये है.