आखिर क्यों नाराज हो गए है पूर्व डिप्टी CM सिंहदेव… क्यों कह रहे जनमत संग्रह को नकारा तो.. भूख हड़ताल पर बैठूंगा?

अम्बिकापुर. प्रदेश के पूर्व डिप्टी सीएम रहे टीएस सिंहदेव ने भू माफियाओं के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है..पूर्व डिप्टी सीएम ने आरोप लगाया की अंबिकापुर शहर से लगे ग्राम बधियाचुआ जंगल में भूमाफियाओ द्वारा  धड़ल्ले से जंगल की कटाई की जा रही है..और भू माफिया जंगल में कब्जा कर रहे है..उन्होंने कहा की प्रशासन इस ओर  ध्यान भी नही दे रहा है..अगर ऐसे ही हालात रहे तो वे भूख हड़ताल पर बैठने को विवश होंगे!..

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दरअसल पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने जिला प्रशासन पर आरोप लगाया है.. की अंबिकापुर शहर से लगे ग्राम पंचायत बधियाचुआ में भू माफियाओं ने लगभग 100 एकड़ से अधिक जंगल की भूमि पर अवैध कटाई करके कब्जा कर लिया है..जिसकी जानकारी वन विभाग को भी है..ग्रामीण लगातार वन विभाग और जिला प्रशासन से शिकायत करते रहे है..बावजूद इसके किसी प्रकार की कार्यवाही नही होने के कारण भू माफियाओं के हौसले बुलंद है..ग्रामीणों का आरोप है की वन विभाग जंगल में पेड़ो की अवैध कटाई को सिरे से खारिज कर उन्हे झूठा साबित करने में लगा है..

वही पूर्व डिप्टी सीएम ने कहा की अगर न्याय संगत बातों को नही सुना जाता है..तो आने वाले दिनों में मैं भूख हड़ताल पर बैठूंगा..उन्होंने कहा की नियम और कानून के विपरीत हो रहा है..तो कार्यवाही कीजिए!.

बता दे की सरगुजा संभाग मुख्यालय में इन दिनों जमीन का रेट आसमान छू रहा है..स्थानीय प्रशासन के नाक के नीचे भूमाफिया सक्रिय हो गए है..और अब तो हद हो गई है..की भू माफिया जंगल को भी नही छोड़ रहे है..जंगल की कटाई करके कब्जा कर ले रहे है..सरकार एक ओर पौधरोपण को लेकर तरह – तरह की मुहिम चला रही है..करोड़ों रुपए पौधो को तैयार करने में खर्च हो रहे है..लेकिन हरे भरे पेड़ो पर मंडरा रहे खतरे को स्थानीय प्रशासन क्यों भांप नही रहा समझ से परे है!..

सरगुजा की पहचान पहले सरगुजा के बीहड़ पहाड़ियों और घने जंगलों से होती थी..सरगुजा सुदूर वनांचल क्षेत्र के रूप में पहचाना जाता था..लेकिन इसे जिम्मेदारों की लापरवाही ही मानी जाएगी..की सरगुजा से अब जंगलों का रकबा तेजी से घट रहा है..वैसे भी भोजन की तलाश में वन्यप्राणियो का आमद – रफ्त अंबिकापुर शहर से लगे कुछ इलाकों में पहले भी हो चुका है!..ऐसे में अब यह अनुमान सहज ही लगाया जा सकता है..की जंगलों का रकबा घटा तो रिहायशी इलाकों में आए दिन वन्यप्राणी घूमते दिख जायेंगे..और शहरवासियों को दहशत के साए में गुजर बसर करना होगा!..