अम्बिकापुर
36 घंटे से लगातार हो रही बारिश ने जन-जीवन को पूरी तरह अस्त व्यस्त कर दिया है। बारिश के कारण संभाग के अधिकांश नदी नाले उफान पर है वही कई रास्तो मे तेज हवा के कारण पेड़ भी धराशायी हो चुके है। शहर से कई गांव का संपर्क भी टूट चुका है। नदी नालो के उफान में आने से कई मार्ग अवरुद्द हो चुके है। शहर के आस पास की बात करे तो जगदीशपुर मार्ग मे नगर निगम अंतर्गत चंपा नाला के उफान पर होने के कारण शहर से लगे आधा दर्जन से अधिक गांव का मुख्यालय से संपर्क नही हो पा रहा है। जिले मे पिछले 36 घंटे से झमाझम बारिश ने लोगो के सामने कई मुसीबते खडी कर दी है। मौसम वैज्ञानिक के अनुसार इस प्रकार का मौसम फिलहाल दो तीन दिनो तक बने रहने की संभावना है।
जल संसाधन विभाग ने किया अलर्ट जारी
अम्बिकापुर से दरिमा हवाई पट्टी मार्ग पर स्थित घुनघुटा जलाशय पूर्ण भराव की स्थिती मे आ चुका है। भारी वर्षा के कारण किसी भी समय डेम के गेट खोले जा सकते है। जल संसाधन विभाग ने इसकी सूचना डेम की निचले क्षेत्र की बस्तियो के लोगो को दे दी है। विभाग ने अलर्ट जारी करते हुए लोगो को नदी क्षेत्र मे नही जाने अपील की है। विभाग ने कहा है कि बांध से पानी छोडे जाने के कारण नदी के जल स्तर पर बढोत्तरी होगी और बाढ की स्थिती भी निर्मित हो सकती है इसलिए अपने आप को सुरक्षित बनाए रखे । गौरतलब है कि बारिश के दिनो मे घुनघुटा बांध के आस पास इलाके मे मछली पकडने वालो की तादाद बढ जाती है। जिससे बांध क्षेत्र के प्रभाव वालो गांव के लोगो पर खतरा बढ जाता है।
चंपानाला मे पानी उफान पर गांवो का टूटा संपर्क
नगर निगम क्षेत्र के गहिरागुरु वार्ड अंतर्गत आने वाले तेंदूपारा की सीमा चंपा नाला मे हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी भारी बारिश ने लोगो के सामने कई दिक्कते खडी कर दी है। कई महीनो से चंपानाला मे विशाल पुल का निर्माण किया जा रहा है लेकिन ठेकेदार कि लेटलतीफी के कारण आजतक उक्त पुल नही बन सका है। पुल से हटकर उस मार्ग से आवागमन करने वाले लोगो के लिए मार्ग बनाया गया था परंतु बारिश के कारण चंपानाला लबालब हो चुका है और पूरे मार्ग तेज बहाव के कारण कई गांव जगदीशपुर , झुमरपारा, सरईटिकरा, करजी, जैसे आधादर्जन गांव के लोगो को मुख्यालय अम्बिकापुर तक पंहुचने के लिए अब लंबी दूरी करनी पड रही है। चंपानाला के उफान पर रहने के कारण इस मार्ग मे आने वाले कई स्कूलो मे छुट्टी जैसा माहौल रहा। क्योकि बरसात के उत्पन्न इस समस्या से किसी स्कूल मे बच्चे नही पंहुच पाए तो पंहुचविहीन होने के कारण कई स्कूलो मे शिक्षको का आने मे कठिनाईयो का सामना करना पडा। गौरतलब है कि पंहुचविहीन क्षेत्र जैसी स्थिती उत्पन्न होने के काऱण आज स्कूल के शिक्षक 5 किलोमीटर की जगह 20 किलोमीटर दूर घूम कर स्कूल पंहुचे।
बारिश से उड़े बिजली ले कई फीडर
तेज बारिश ने जंहा लोगो को कई दिक्कतो मे ला दिया है तो वही बारिश के साथ साथ बिजली व्यवस्था भी पूरी तरह चरमरा गई । 24 घंटे की भीषण बारिश के बीच शहर की बिजली व्यवस्था के लिए बने चार फीडर भष्ट हो गए। कुछ इलाको मे विद्युत विभाग द्वारा अस्थाई व्यवस्था के तहत बिजली आपूर्ती तो की जा रही है परंतु कई इलाके ऐसे भी है जंहा कल रात से अभी तक अंधेरा पसरा हुआ है। बिजली के नही होने से कई दफ्तरो मे भी शुक्रवार के दिनभर सन्नाटा पसरा रहा । एक ओर भारी बारिश की वजह से जंहा दफ्तरो मे कर्मचारियो की संख्या ना के बराबर थी तो रही सही कसर बिजली व्यवस्था ने पूरी कर दी । बिजली नही होने से दफ्तरो मे दिनभर कोई काम भी नही हुआ।
अम्बिकापुर बनारस मार्ग मे आवागमन ठप्प
अम्बिकापुर से महज 9 किलोमीटर की दूरी मे बनारस पर चठिरमा सोनवाही के पास मुख्य मार्ग मे तेज बारिश के दौरान स्वीफ्ट कार के ऊपर वृक्ष धराशायी होकर गिर जाने से जंहा कार पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई वही इस घटना के बाद से उक्त मार्ग पूरी तरह से अवरुद्द हो गया है। इस मार्ग मे छोटे से लेकर बडे वाहनो की कई किलोमीटर तक लंबी कतार लग गई है।
बारिश से जन प्रभावित.. कुसमी जशपुर मार्ग भी बंद
बीते 24 घंटो से लगातार हो रही बारिश थमने का नाम ही नहीं ले रही है, बंगाल की खाड़ी में की तरफ से आ रही मानसूनी हवाओ के कारण पूरे मध्य भारत में इसका असर देखने को मिल रहा है। तेज़ बारिश के कारण कुसमी जशपुर मार्ग पर गलफुला नदी उफान पर है, नदी का जल स्तर बढ़ने से पानी पुल के ऊपर से पार हो रहा है, कुछ दिनो पहले ही पूल के दोनों ओर लगे रेलिंग गुणवत्ता विहीन होने के कारण बह गए । यातायात पूर्ण रूप से बंद हो चुका है, विदित है कि बारिश के समय ऐसी स्थिती हर साल निर्मित हो जाती है , किन्तु इसकी सुध लेने वाला कोई नहीं है । वही नदी के दोनों ओर के खेत मे लगी फसल बारिश में बह गई है और पूरा खेत जलाशय मे तब्दील हो गया है। मौसम विभाग की माने तो यह स्थति लगातार 24 घंटो तक बने रहेगी ऐसा अनुमान है, वही दूसरी ओर कुसमी गलफुला नदी अपने उफान पर है ।
बलरामपुर जिले के वाड्रफनगर- रामानुजगंज मार्ग मे आने वाली सेंदूर नदी के उफान पर होने और पुल के उपर से पानी के तेज बहाव होने की वजह से जंहा पुल की रेलिंग तक बह चुकी है तो वही मार्ग अवरुद्द होने की वजह से दोनो ओर का आपस मे संपर्क टूट गया है। आवागमन अवरुद्द होने के कारण आज बलरामपुर कलेक्टर कार्यालय मे होने वाली बैठक भी स्थगित कर दी गई है। इसके अलावा वाड्रफनगर से बसंतपुर मार्ग मे एरिया नदी उफान भी उफान पर है , नदी का पानी पुल के लेबल पा आ चुका है लगातार बारिश होती रही तो मार्ग बंद होने की संभावना है।
कई नगर पंचायत के वार्डो मे भरा पानी
तेज बारिश की वजह से कुसमी नगर पंचायत की व्ववस्थाओ की पोल खुल गई है। यंहा मुख्य मार्ग में पानी का जमाव हो रहा है, कई जगहों पर गड्ढे बन चुके है, कई वार्डो में पानी निकासी की समस्या बनी हुई है, । हांलाकि ऐसी बारिश से किसानो मे काफी खुशी देखी जा रही है। लेकिन कृषि विभाग की माने तो ज्यादा वर्षा होने से फसलों को नुकसान के साथ कई प्रकार के रोग लगने की संभावना बनी रहती है । कुसमी तहसील कार्यालय के मुताबिक अब तक क्षेत्र मे कुल वर्षा 1216.5m.m. दर्ज की गई है । वाड्रफनगर के नगर पंचायत के वार्ड क्रमांक आठ चंदोरी पारा मे पानी निकासी ना होने से लोगो के घरो दो दो फिट तक पानी भर गया है। जिससे नगर पंचायत के पानी निकासी की व्यवस्था पर सवाल खडे हो गए है। वही रामानुजगंज कन्हर नदी के उफान पर होने से उसका पानी नगर के सेठ पारा समेत कई इलाको मे घुस गया है। जिससे लोगो को एक तरफ घर से बाहर निकलने की समस्या ख़डी हो गई है तो वही घर के अंदर पानी घुसने से कई घरो की व्यवस्था भी बदहाल हो चुकी है।
प्रतापपुर विकाश्खंड की हालात गंभीर
जिले के प्रतापपुर विकासखण्ड के धोंधा गांव के 20 घर पहाडी नदी के पानी से आई बाढ मे फंस गए है। उसी बाढ मे गांव का एक व्यक्ति बह गया जिसे स्थानिय लोगो द्वारा काफी मशक्कत के बाद बचाया गया । बस्ती मे भरे पानी को देखकर ज्यादातर घरो के लोग बस्ती से बाहर निकल कर सुरक्षित क्षेत्र मे पंहुच चुके है लेकिन 25-30 से लोग बस्ती के घरो मे फंसे हुए है।