टपकती छत से बचने बिस्तर सरकाते गुजरती है रात
अम्बिकापुर (सुशील कुमार) जिला अस्पताल जो अब मेडिकल कालेज का दर्जा तो पा चुका है लेकिन अपनी कारगुजारियो की वजह से हमेशा सुर्खियों में बना रहता है.. इस अस्पताल के महिला वार्ड में जब हम पहुचे तो देखा की छत से पानी टपक रहा था और पूरे फ़र्स में पानी भरा हुआ था.. जाहिर है मरीजो को समस्या हो ही रही होगी..तो हमने मरीजो से जाना की क्या आलम है अस्पताल के इस वार्ड का..
वार्ड में मरीज के साथ आई महिला ने बताया की वो रात भर नहीं सो सकी है रात में इतना पानी टपक रहा था की पूरा गद्दा ही गीला हो चुका है..लेकिन इन्होने इसकी शिकायत भी किसी से नहीं की है..
वही वार्ड में प्रसव कराने आई महिला ने बताया की रात भर खुद को टपकती छत से बचाने की व्यवस्था में लगे रहे.. मरीज बेड को लेकर इधर से उधर हो रहे है.. और इन्हें बहोत परेसानी हो रही है.. लेकिन रात भर चले इस ड्रामे को शायद अस्पताल के किसी जिम्मेदार ने नहीं देखा तभी तो इनकी सुध किसी ने नहीं ली..
बहरहाल जब किसी ने इनकी सुध ना ली तो हमने मामले को जिले की कलेक्टर किरण कौशल के संज्ञान में डाल दिया.. और मैडम ने कहा है की इस सम्बन्ध में पीडव्ह्लूडी और सीजीएमएससी को भवन की मरम्मत के लिए निर्देश दे दिए गए जल्द ही रिपेयर कर लिया जाएगा..
अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन कलेक्टर ने तो कर दिया है,, रिपेयरिंग के निर्देश भी दे दिए है..लेकिन जिन्हें निर्माण कराना है क्या वो इस मामले में संजीदगी दिखायेंगे.. क्या इस बरसात में अस्पताल के इस वार्ड की टपकती छत से मरीजो को निजात मिल सकेगी या फिर छत टपक रही है या नहीं इस बात की पुष्टी के लिए अगली बरसात का इन्तजार करना होगा..