रायपुर. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के द्वारा धार्मिक स्थलों में आज से फिजिकल और सोशल डिस्टेंसिंग के साथ पूजा अर्चना प्रारंभ किये जाने के निर्णय के बाद. आज उनके निवास स्थान पर 31 ब्राम्हणगणों ने शंखनाद एवं मंत्रोच्चार के साथ उनका आभार व्यक्त कर अभिनंदन किया है.
रायपुर विधायक विकास उपाध्याय के नेतृत्व में इसका आयोजन किया. विधायक विकास उपाध्याय ने छत्तीसगढ़ में धार्मिक स्थलों के खोले जाने का पूरा श्रेय मुख्यमंत्री बघेल को देते हुए कहा कि उन्हीं के प्रयासों से यह शुभ कार्य सम्भव हो पाया है. ब्राम्हणगणों ने भी मुख्यमंत्री बघेल का आभार व्यक्त करते हुए उनके नेतृत्व में राज्य सरकार द्वारा किये जा कार्यों की सराहना की.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ब्राम्हण गणों से कोरोना महामारी के बचाव के लिए मन्दिरों में मास्क एवम सेनेटाइजर के साथ ही फिजिकल डिस्टेंसिंग का अनिवार्य पालन करने को कहा है. उन्होंने कहा कि आप सुरक्षित रहेंगे तभी मन्दिर परिसर भी सुरक्षित होगा.
वहीं सरकारी गाइड लाइन के अनुसार शशर्त प्रदेश में आज सारे मंदिरों के द्वार खोले गए जहां सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए भक्तगण पूजा अर्चना के लिए मंदिरों में आते दिखाई दिए. वहीं दंतेश्वरी मंदिर के पट द्वार को भी खोला गया. लाकडाउन के बाद आज जाकर मां दंतेश्वरी शक्तिपीठ खुला है. दर्शनार्थियों के हाथ को सेनेटाइज कर सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन करते हुए मां के दर्शन लोगों को मिल रहे हैं. दर्शनार्थियों को गर्भ गृह के पहले द्वार तक ही जाने दिया जा रहा है. बता दे कि प्रसाद वितरण, घण्टिया बजाने पर और धोती पहनने पर पाबंदी लगाई गई है. मंदिर में हैंड सेनेटाइजर, और मास्क की व्यवस्था भी है. कोरोना संकट के बीच मंदिर संक्रमण से बचाव को ध्यान में रखते हुये खोले गये हैं.
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