रायपुर। केंद्रीय बजट को निराशाजनक और हवा हवाई बातों से भरपूर निरूपित करते हुये प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा है कि केन्द्रीय बजट चंद पूंजीपतियों के लिये लाया गया बजट मात्र है। काल्पनिकता से परिपूर्ण 5 राज्यो के विधानसभा चुनावों के मद्देनजर लाया गया केन्द्रीय बजट जमीनी वास्तविकता से कोसों दूर और चुनावी बजट है किसान, मजदूर, नौजवान, गृहणियों, मध्यमवर्गीय परिवारों व्यापार उद्योग किसी भी वर्ग की जरूरतो पर कोई ध्यान नहीं दिया गया है। गरीबों के लिये सामाजिक क्षेत्रो के लिये इस बजट में कुछ भी नहीं है।
छत्तीसगढ़ जैसे गतिशील अर्थव्यवस्था वाले प्रदेश की जरूरतो को नजरअंदाज किये जाने पर गहरा दुख व्यक्त करते हयु प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा है कि जीडीपी की गिरती दर, बढ़ती मंहगाई और बेरोजगारी व्यापार व्यवसाय उद्योग धंधो की दुर्दशा पर केन्द्रीय बजट में कोई ध्यान नहीं दिया गया है। केन्द्रीय बजट इस बात पर भी खामोश है कि करोनाकाल में 20 हजार करोड़ के पैकेज के नाम पर घोषित लाभ संबंधित वर्गो को कैसे मिलेगा?
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने आरोप लगाया है कि केन्द्रीय बजट इतना सतही है और बिना किसी गंभीर तैयारी के लाया गया है कि देश का बजट दरअसल सिर्फ 5 राज्यों के विधानसभा चुनावों के मद्देनजर लाया जा रहा चुनावी बजट बनकर रह गया।
केन्द्रीय बजट में कई सरकारी कंपनियों (उपक्रमों) के विनिवेश की घोषणायें पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये कहा है कि मोदी सरकार सरकारी उपक्रमों को बेचने में ही लगी है जो बेहद दुखद है, देशहित में नही है जैसे रेल्वे बेचेगी डेडिकेटेड फ्रेड कॉरिडोर एसेट। एयरपोर्टस के अगले चरण की बिक्री जल्द GAIL, IOC, HPCL की पाईपलाईन एसेट बिकेंगे। इंश्योरेंस सेक्टर में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI)की सीमा को 49 फीसद से बढ़ाकर 74 फीसद करने की घोषणा की।