- बेलगाम रफ्तार दो हाईवा में आमने सामने जबरदस्त भिडंत
- एक ड्रायवर की मौके पर मौत दूसरा गंभीर रूप से घायल
अम्बिकापुर ( उदयपुर से क्रांति रावत)
अम्बिकापुर बिलासपुर नेशनल हाईवे पर सोमवार की सुबह 7 बजे सरगुजा जिले के थाना उदयपुर अंतर्गत ग्राम जजगी के समीप दो हाईवा में आमने सामने जबरदस्त भिडंत हो गयी। एक ड्रायवर की मौके पर ही मौत हो गयी। दूसरे ड्रायवर को किसी तरह निकाल कर लोगों की मदद से ईलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भेजा गया जहां से उसे गंभीर स्थिति को देखते हुये जिला चिकित्सालय रेफर कर दिया गया।
घटना के संबंध में प्राप्त जानकारी के अनुसार कमलपुर रेलवे साईडिंग से कोयला खाली कर वापस आ रहे हाईवा क्रमांक सीजी15एसी4472 के चालक ने वाहन को लापरवाही पूर्वक चलाते हुये परसा केते से कोयला लोड कर आ रही हाईवा क्रमांक सीजी15सीडब्ल्यु7788 को जबरदस्त टक्कर मार दी जिससे कोयला लोड हाईवा के चालक इमाम मेंहदी पिता जाकिर हुसैन, उम्र 26 वर्ष निवासी ग्राम मेराल जिला गढ़वा झारखण्ड की मौके पर ही मौत हो गयी। दोनों ही वाहनों के सामने के हिस्से बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गये। टक्कर के बाद दोनों ही वाहनों के चालक गाड़ी के अन्दर ही केबिन में फंसे रहे । सीजी15एसी4472 का वाहन चालक मजीद पिता जमालुद्दीन 22 वर्ष ग्राम उदारी थाना लुण्ड्रा निवासी को लकड़ी लेने जंगल गये लोगों ने किसी तरह से केबिन से बाहर निकाला और ईलाज के लिए उदयपुर अस्पताल भिजवाया,, उसका एक पैर बुरी तरह से टूट चुका है और कान से लगातार खून बह रहा था। दूसरे हाईवा का चालक जो कि टक्कर के बाद ही मृत हो चुका था वह लगभग चार घंटे उसी में फंसा रहा।
प्रत्यक्षदर्शियों नें बताया कि टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि टक्कर के पांच मिनट बाद गाड़ी के चक्के अपने आप ब्लास्ट होने लगे। और तेल टंकी से डीजल का रिसाव होने लगा। कुछ समय के लिए एैसा लगा जैसे कोयला लोड हाईवा में कहीं आग ना लग जाये। इसे देखते हुये ही दोनों तरफ वाहनों की लम्बी कतार लग गयी और नेशनल हाईवे पूरी तरह से जाम हो गया। छोटी चार चक्का गाडि़यां किसी तरह से निकलती रही परंतु सामान लोड़ बड़ी गाडि़यां फंसी रही। तब तक किसी ने थाने में दुर्घटना की खबर दी और पुलिस बल एएसआई एसआर भगत के नेतृत्व में मौके पर पहुंचे और स्थिति का संभाला। अम्बिकापुर से हाईड्रा बुलाकर दुर्घटनाग्रस्त वाहनों को सड़क से हटाकर किनारे करवाया। तब कहीं जाकर गाडि़यों का आना जाना पांच घंटे बाद सुचारू रूप से प्रारंभ हो सका। सुबह 7 बजे से दोपहर एक बजे तक कुल पांच घंटे से भी अधिक तक जाम लगा रहा।
मुख्य मार्ग से लगे ग्रामों गुमगा, डांडगांव, उदयपुर, जजगी, सोनतराई बिशुनपुर आदि ग्रामों के निवासियों का कहना है कि कोयला लोड वाहनों बेलगाम रफ्तार से आये दिन ऐसी दुर्घटनायें हो रही है और लोग असमय ही काल के गाल में समाते जा रहे है। रोड में चलना मजबुरी है और खौफ के साये में ही आना जाना करना पड़ता है। बड़ी संख्या में कोयला लोड भारी वाहन के आवागमन से रोड की हालत भी बद से बदतर होती जा रही है। कोल परिवहन मार्ग के मरम्मत एवं रख रखाव के अभाव में सड़कों पर बड़े बड़े गड्ढे बन गये है और साईड सोल्डर का कहीं पता नहीं चलता है जिससे सड़क दुर्घटना अब आम बात हो गयी है । कोल परिवहन कराने वाली कंपनी को इस बात से कोई लेना देना नहीं रहता कि सड़क पर कौन दुर्घटना का शिकार बन रहा है। स्कूली छात्र छात्राओं का आवागमन भी इसी मार्ग से होता है परिजन बच्चों के स्कूल से लौटने तक चिंता बनी रहती है।