अम्बिकापुर
ये तो सब जान चुके है कि सरगुजा के रास्ते गांजे की तस्करी का सिलसिला वर्षो से बदस्तूर जारी है। उडीसा और झारखंड से गांजे की खेप अम्बिकापुर के रास्ते संभाग के कई क्षेत्रो मे खपाई जाती है। ऐसे ही एक मामले मे कार्यवाही करते हुए आज क्राईम ब्रांच और कोतवाली पुलिस ने 6 किलो गांजा के साथ तीन आरोपियो को गिरफ्तार किया है । जप्त गांजा का परिवहन ट्रक मे किया जा रहा था और ट्रक उडीसा से सूजपुर के जरही की ओर जा रहा था। फिलहाल पकडे गए आऱोपियो के खिलाफ कोतवाली पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्यवाही की है।
पुलिस सूत्रो के मुताबिक ट्रक क्रमांक CG-15 CZ 5499 का 27 वर्षीय चालक उडीसा के झारसुगडा से ट्रक मे लोहा लोड करके सूरजपुर जिले के जरही जा रहा था। लेकिन मुखबिर की सूचना पर जब उसे अम्बिकापुर रायगढ मार्ग पर स्थित लुचकी घाट मे रुकवा कर उसके वाहन की तलाशी ली गई तो ड्रायवर सीट के पीछे से पुलिस ने एक बोरे मे रखा गांजा बरामद किया। जप्त किया गया गांजा 6 किलो बताया जा रहा है जिसकी बाजार मे कीमत 60 हजार रुपए आंकी जा रही है। क्राईम ब्रांच और कोतवाली पुलिस की संयुक्त कार्यवाही मे बतौर आरोपी पकडा गया 27 वर्षीय ट्रक चालक मोहम्मद जेनउल हक पिता इदरिस हक भटगांव का रहने वाला है तो वही उसके साथ इस गांजा के परिवहन मे लगा 21 वर्षीय सह चालक अनूप कूजूर पिता पूसे कूजूर सीतापुर क्षेत्र के चैनपुर गांव का रहने वाला बताया जा रहा है। पकडे गए ये आरोपी ट्रक के ट्राला मे तकरीबन 24 लाख रुपए का लोहा लोड किए हुए थे तो वही ट्रक की केबिन मे ड्रायवर सीट के पीछे बरामद गांजा की खेप रखी थी। इधर गांजा की अवैध परिवहन मे लगा ट्रक क्रमांक CG-15 CZ 5499 जरही निवासी कालरी कर्मी के होने की पुष्टी की गई है।
इस कार्यवाही मे कोतावी थाना से एएसआई अलंगो दास क्राइम ब्रांच से प्रभारी भूपेश सिंह, सउनि विनय सिंह, प्रधान आर रामअवध सिंह आरक्षक राकेश शर्मा , भोजराज पासवान, उपेंद्र सिंह, विकास सिंह, मनीष यादव, दसरथ राजवाड़े, अमित विश्वकर्मा, वीरेंदर पैंकरा , अरविन्द उपाध्य शामिल रहे।
[highlight color=”red”]पांच साल से कर रहा था गांजा की तस्करी [/highlight]
क्राईम ब्रांच पुलिस के मुताबिक पकडा गया आरोपी पिछले पांच वर्षो से इस लाईन मे ट्रक चलाने का काम करता है और शुरु से ही ये मादक प्रदार्थ के अवैध परिवहन का काम मे संलिप्त था, जिसको पुलिस को कई दिनो से तलाश थी। इतना ही नही पकडा गया मुख्य आरोपी जेनउल हक उडीसा से गांजा की खेप लेकर चलता है तो रास्ते मे कई जगह ये पार्सल मैन की तरह गांजे की खेप को खपाते हुए अंतिम पडाव तक पंहुचता है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक आरोपी जेनउल हक इस बार उडीसा से तकरीबन 3 क्विंटल गांजा लेकर चला था। जिसको रास्ते मे आने वाले कई स्थानो मे खपाते खपाते ये गांजा 6 किलो बचा था। जिसे वो जरही मे किसी अंतिम व्यक्ति तक पंहुचाने की फिराक मे था। इतना ही नही पिछले पांच सालो से गांजा की तस्करी मे लिप्त जेनउल हक ड्रायवरी का काम केवल अपने इस घंधे को अंजाम देने के लिए करता था। जिससे वो मोटी रकम कमाता था।
[highlight color=”red”]मुख्य तस्कर तक नही है पंहुच[/highlight]
सरगुजा संभाग मे पिछले डेढ दो दशको मे गांजा और ब्राउन शुगर को खपाने का कारोबार अपने चरम पर पंहुच गया है और हर बार पुलिस के हाथ केवल पार्सल मैन ही लगता है। इधर पुलिसिया कार्यवाही और जांच मे हमेशा उडीसा के झारसुगडा और झारखंड के गढवा और डाल्टेनगंज से गांजा और ब्राउनशुगर की खेप सरगुजा मे खपाने की बात सामने आती है , लेकिन एनडीपीएस के मामले मे पडोसी राज्यो की पुलिस से तालमेल ना होने के कारण इसके सरगना पुलिस की पंहुच से बहुत दूर है। हालाकि सरगुजा मे पदस्थ कई आईजी ने इस ओर प्रयास कर सरगनाओ तक पंहुचने की कोशिश जरुर की थी लेकिन आज तक इन मामलो के कोई भी आरोपी की गिफ्तारी नही हो पाई है। जिससे ये कहना गलत नही होगा कि दूसरे राज्यो मे बैठे गांजा और ब्राउन शुगर के तस्करो तक पंहुचना पुलिस के लिए मुमकिन ही नही नामुमकिन है।
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