
सीतापुर/अनिल उपाध्याय:-विश्व आदिवासी दिवस मनाने आदिवासी समाज दो फाड़ नजर आया।एक गुट ने लालबहादुर शास्त्री स्टेडियम तो दूसरे गुट ने ग्राम भुषु में विश्व आदिवासी दिवस मनाया।सर्व आदिवासी समाज द्वारा नगर के लालबहादुर शास्त्री स्टेडियम में विश्व आदिवासी दिवस बड़े उत्साह एवं हर्षोल्लास के साथ मनाया।इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विधायक रामकुमार टोप्पो ने कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए सभी को विश्व आदिवासी दिवस की शुभकामनाएं दी।उन्होंने कहा कि आज का दिन हम सभी आदिवासी भाई बहनों के लिए बहुत खास है।इस दिन पूरे क्षेत्र से आदिवासी समाज के लोग आते है और मिल जुलकर इस कार्यक्रम को मनाते है।यह कार्यक्रम हमे एकता के सूत्र में पिरोती है और एक दूसरे के साथ मजबूती से खड़ा होने की शक्ति प्रदान करती है।उन्होंने कहा कि 9 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस मनाने का उद्देश्य स्वदेशी समुदायों के अधिकारों की रक्षा और उनके सांस्कृतिक धरोहर को बढ़ावा देना है।वैश्विक स्तर पर आदिवासी समुदायों की समस्याओं और उनकी विशिष्टताओं के प्रति जागरूकता फैलाना है।विधायक ने शिक्षा के महत्व के बारे में बताते हुए कहा कि शिक्षा हमे समानता और मौलिक अधिकारों की शक्ति प्रदान करती है।शिक्षा को बढ़ावा देने मेरे द्वारा निःशुल्क एमएलए कोचिंग सेंटर संचालित किया जा रहा है।जहाँ युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए निःशुल्क कोचिंग दिया जाता है।उन्होंने नशापान से होने वाले दुष्प्रभाव युवाओं में बढ़ती नशे की लत पर चिंता जताते हुए इस पर रोकथाम के लिए सभी को मिलकर काम करनेकी बात कही।विधायक ने क्षेत्र में होने वाले मानव तस्करी को एक अभिशाप बताते हुए कहा कि जो मानव तस्करी में लिप्त है।ऐसे लोगो पर नजर रखे उन्हें गांव में घुसने न दे और पुलिस को उनके बारे में सूचित करें।इस अवसर पर विधायक एवं सर्व आदिवासी समाज के पदाधिकारियों द्वारा सर्व आदिवासी सामुदायिक भवन निर्माण हेतु भूमिपूजन किया गया।विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर परंपरागत वेशभूषा के साथ आदिवासी समाज ने विशाल रैली निकाली थी।जो मुख्य मार्ग एवं चौक चौराहों से होते हुए नगर भ्रमण के बाद लालबहादुर शास्त्री स्टेडियम में समाप्त हुई।इस कार्यक्रम को जिला पंचायत सदस्य शिवभरोष बेक प्रभात खलखो सर्व आदिवासी समाज के अध्यक्ष सुशील सिंह मरावी बिगन राम जैसे अन्य वक्ताओं ने भी संबोधित कर विश्व आदिवासी दिवस मनाने के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला।इस अवसर पर सर्व आदिवासी समाज के पदाधिकारी सदस्य एवं आदिवासी समाज की महिला पुरूष युवा साथी काफी संख्या में उपस्थित थे।


पूर्व मंत्री अमरजीत भगत के मुख्य आतिथ्य में दूसरे गुट ने मनाया विश्व आदिवासी दिवस:-
विश्व आदिवासी दिवस पर दो फाड़ हुए आदिवासी समाज के दूसरे गुट ने पूर्व मंत्री अमरजीत भगत के मुख्य आतिथ्य में ग्राम भुषु में विश्व आदिवासी दिवस मनाया।इस अवसर पर पूर्व मंत्री ने सर्व आदिवासी समाज को विश्व आदिवासी दिवस की बधाई देते हुए कहा कि आदिवासी लोग मानवता की सांस्कृतिक विरासत के संरक्षक हैं,जिनकी परंपराएँ,भाषाएँ और ज्ञान प्रणालियाँ पीढ़ियों से चली आ रही हैं।वे जैव विविधता के संरक्षक हैं,प्रकृति के साथ सामंजस्य बिठाते हैं पृथ्वी के नाज़ुक संतुलन को बनाए रखते हैं।उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज प्रकृति पूजक है जो सदियों से चली आ रही इस परंपरा का आज भी बखूबी पालन करते चला आ रहा है।वैश्विक स्तर पर आदिवासी सभ्यता और परंपरा की अलग पहचान है और इस पहचान को संरक्षित करने इसे मजबूती प्रदान करने विश्व आदिवासी दिवस मनाया जाता है।आज इस खास दिन के अवसर पर हमें खुद से ये वादा करना होगा कि हम सर्व आदिवासी समाज एक दूसरे के साथ मजबूती से खड़े रहेंगे।अपनी प्राचीन सभ्यता और संस्कृति को बचाये रखने के लिए एक दूसरे के कंधे से कंधा मिलाकर चलेंगे।इस दौरान पूर्व मंत्री अमरजीत भगत समेत पारंपरिक वेशभूषा में आदिवासी समाज के लोग मांदर की थाप पर जमकर थिरके और पूरे उत्साह के साथ विश्व आदिवासी दिवस मनाया।इस अवसर पर आदिवासी समाज के पदाधिकारी कार्यकर्ता जनप्रतिनिधि एवं काफी संख्या में महिला पुरूष एवं युवा साथी उपस्थित थे।