सोनहत विद्यालय के रिक्त पदों पर भर्ती का इंतजार…

 पदस्थ व्याख्याताओं का हो रहा स्थानांतरण नवीन व्याख्याताओं की नही हो रही भर्ती

कोरिया 

सोनहत से राजन पांडेय 

विकासखंड सोनहत के विद्यार्थीयों एवं पालकों को व्याख्याताओं के रिक्त पदों से जूझ रहे शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय एवं कन्या हाई स्कूल सोनहत में नए शैक्षणिक सत्र की शुरूआत को लेकर भर्ती प्रक्रिया का इंतजार होने लगा है। उल्लेखनीय है की पिछले कई शैक्षिणिक सत्र आधे अधूरे कोर्स के साथ ही व्यतीत हुए साथ ही स्टाफ की कमी के कारण हाई स्कूल का परिक्षा परिणाम पर भी असर देखा गया हलाकी परिक्षा परिणाम का औसत जरूर संतोष जनक रहा हो लेकिन जिस प्रकार पहले यहां के छात्र जिला एवं संभाग स्तर पर टाप किया करते थे अब वो स्थिती नही बन पा रही है।
सहायक आयुक्त, आदिवासी विकास विभाग में पिछले कई शैक्षणिक सत्र के दौरान पंचायत व्याख्याताओं को आंदोलनरत देखा गया। इस आंदोलन का प्रभाव छात्र-छात्राओं के अध्यापन पर पड़ा। व्याख्याता व पंचायत व्याख्याताओं में द्वंद्व होने के कारण असमान वेतन है। भर्ती प्रक्रिया के दौरान स्पष्ट निर्देश के बावजूद भी पंचायत शिक्षक अपने विभिन्न मांगों को लेकर शासन व प्रशासन के ऊपर हावी होते रहे हैं। जिसका खामियाजा विद्यालय के छात्रों को देखना पड़ता है।

अधूरे कोर्स के साथ बीता शैक्षणिक सत्र
व्याख्याताओं के रिक्तियों का खामियाजा परीक्षा परिणाम में किसी न किसी दशा से छात्र-छात्राओं को भुगतना पड़ा। शासन द्वारा विद्यालय निर्माण की प्रक्रिया को लेकर जिस तरह से प्राथमिकता दी जा रही है, उस लिहाज से शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया में दूरदर्शिता नहीं अपनाने के कारण जिले के अधिकांश विद्यालयों में शिक्षकों की कमी देखी जा रही है। हायर सेकेण्डरी स्तर पर राजनीति, इतिहास, भूगोल, अर्थशास्त्र जैसे विषयों को छोड़ दिया जाए, तो कला, विज्ञान, वाणिज्य व कृषि के सभी विषयों में रिक्तियों की भरमार देखी जा रही है। अधिकांश व्याख्याता व शिक्षक अपनी नियुक्ति को लेकर वनांचल क्षेत्रों की बजाय शहर के निकटवर्ती ग्रामीण क्षेत्रों में ही अपने पदस्थापना को लेकर जुगत में लगे रहते हैं। यही वजह है कि मुख्य मार्ग से लगे हाईस्कूल व हायर सेकेण्डरी विद्यालयों में अतिशेष व्याख्याताओं की स्थिति बनी हुई है। इसके विपरीत ग्रामीण अंचल के हायर सेकेण्डरी विद्यालयों में व्याख्याता व शिक्षकों की कमी के चलते छात्र-छात्राएं न चाहकर भी शहर की ओर अध्ययन के लिए पलायन करने पर मजबूर हैं। पोड़ी, रामगढ अकलासरई सोनहत सलगवां आनंदपुर सिघोर नटवाही बेलिया तंजरा कटगोडी जैसे विकासखंड के ग्रामीण अंचल में अध्ययन करने वाले छात्र-छात्राएं शहरी क्षेत्र के हायर सेकेण्डरी विद्यालयों में दाखिला लेने की जुगत में लगे हुए हैं।
दोे व्याख्याताओं के ट्रांसफर से रोष
सोनहत हायर सेकेड्री में पहले से व्याख्याताओं की कमी है ऐसे में वर्तमान में पदस्थ दो व्याख्याता आर के गुप्ता एवं आर एस सनमानी के स्थानांतरण से विद्यालय में व्याख्याताओं की कमी और अधिक हो जाऐगी जबकी इनके स्थानांतरण आदेश के बाइ यहां पर इनका रिलिवर अभी तक कोई नही आया है। ऐसे में क्षेत्र के छात्र एवं पालकों में रोष का आलम निर्मित हो गया है ग्रामीणों का कहना है की जब स्कूल में शिक्षक ही नही रहेंगे तो विद्यार्थीयों का भविष्य क्या होगा।

गणित के बाद अंग्रेजी की दिक्कत
सोनहत स्कूल के छात्रों ने बताया की गणित विषय का कोई विषय शिक्षक नही होने से गणित पढने के लिए तरस ही रहे है अब अंग्रेजी के शिक्षक का स्थानांतरण होने के बाद अंग्रेजी पढने के लिए भी तरसेंगे । छात्रों से शासन प्रशासन से जल्द विषयवार व्याख्याताओं की नियुक्ति किये जाने की मांग किया है।
विद्यालय के विषयवार पदों पर एक नजर
विषय/पद स्वीकृत रिक्त
प्रचार्य 01 01
हिन्दी 01 00
अंग्रेजी 01 00 (स्थानांतरण आदेश आ चुका है)
संस्कृत 01 00
गणित 01 01
भौतिक 02 02
रसायन 02 01
जीव विज्ञान 01 00
अर्थशास्त्र 01 01
वाण्ज्यि 02 01
इतिहास/ राजनिति 01 01(स्थानांतरण आदेश आ चुका है)

इनका कहना है
रिक्त पदों की जानकारी विभाग को पुर्व में ही भेजी जा चुकी है शिक्षण स़त्र में विषयवार व्याखाताओं की नियुक्ति की संभावना है
आर के गुप्ता
प्रभारी प्राचार्य सोनहत